जांजगीर-चांपा। जिला मुख्यालय जांजगीर में एक एटीपी मशीन के भरोसे शहर के 13 हजार विद्युत उपभोक्ताओ को बिल जमा करना पड़ता है। जिसके कारण उपभोक्ताओं को बिजली का बिल जमा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिम्मेदार विद्युत विभाग के अफसर को उपभोक्ताओं की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। जिसके कारण उपभोक्ताओं को बिजली बिल पटाने के लिए लाइन में लगकर घंटो अपनी पारी का इंतजार करना पड़ता है।
ज्ञात हो कि जिला मुख्यालय जांजगीर में विद्युत के 13 हजार उपभोक्ता है। साथ ही साथ शहर की आबादी 50 हजार है। इसके साथ ही शहर 25 वार्डों में फैला हुआ है। शहर की आबादी के हिसाब से विद्युत कनेक्शन धारी की संख्या भी लगातार बढ़ती ही जा रही है, उसके हिसाब से शहर में बिजली का बिल जमा करने को लेकर दो से तीन एटीपी मशीन लगाया जाना जरूरी है, ताकि विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली का बिल जमा करने में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो, लेकिन अब तक महज एक एटीपी मशीन के भरोसे ही बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था संचालित हो रही है। जिसके चलते उपभोक्ताओं को बिजली का बिल जमा करने में घंटों इंतजार करना पड़ता है। जबकि 2 से 3 एटीपी मशीन लग जाने में उपभोक्ताओं की
सुविधा और भी बढ़ सकती है
हालांकि बदलते समय के साथ- साथ कई लोग ऑनलाइन माध्यम से भी बिजली का बिल जमा करते हैं लेकिन इसके बाद रसीद एवं अन्य कारणों ग्राहकों को संतुष्टि नहीं होने से उपभोक्ताओं को आखिरकार विद्युत मंडल का कार्यालय जाना ही पड़ता है। ऐसे में उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है। एक तरफ तो विद्युत विभाग के द्वारा भी ऑनलाइन विद्युत पेमेंट चॉइस सेंटर एवं आधार सेंटर के माध्यम से भी बिजली का बिल जमा करने की व्यवस्था तो बनाई गई है, लेकिन इसके बाद भी देखा जाए तो उपभोक्ताओं को बिजली का बिल जमा करने में घंटो इंतजार करना पड़ता है। इस तरह की स्थिति जिला मुख्यालय जांजगीर के एटीपी सेंटर में भी देखने को मिलती है। इसके अलावा चांपा, सक्ती, अकलतरा क्षेत्र के एटीपी मशीन के बाहर परिसर में बिजली का बिल जमा करने उपभोक्ताओं को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। जांजगीर के अलावा चांपा, सक्ती, अकलतरा,पामगढ़ आदि शहरों में भी अपेक्षाकृत कम एटीपी मशीन लगाए गए गए हैं, जबकि इन जगहों पर भी बिजली उपभोक्ताओं की संख्या अधिक है। अविभाजित जिले में 3 लाख 50 हजार विद्युत उपभोक्ता है ।अविभाजित जांजगीर चांपा जिले के 3 प्रमुख विद्युत विभाग के डिवीजन जिनमें चांपा, जांजगीर एवं सक्ती शामिल है। इन क्षेत्रों को मिलाकर विद्युत के 3 लाख 50 हजार उपभोक्ता है। इसके अलावा विद्युत व्यवस्था बेहतर बनाने को लेकर 10 हजार से अधिक ट्रांसफार्मर लगाए गए है। वहीं 100 से अधिक विद्युत सब स्टेशनों के माध्यम से बिजली सप्लाई की जाती है।
बावजूद इसके विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली बिल पटाने में विभाग सुविधा नहीं दे पा रही है जिसके कारण उपभोक्ताओं को बिजली बिल पटाने में लंबी लाइन लगकर अपने पारी का इंतजार करना पड़ता है।
शहर में एटीपी मशीन के विस्तार को लेकर उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया गया है। विद्युत उपभोक्ताओं को बिल जमा करने में परेशानी ना हो इसके लिए भी व्यवस्था बनाई जा रही है।
-अमर चौधरी अधीक्षण यंत्री विद्युत मंडल कार्यालय जांजगीर