
अलीगढ़। बिजली वितरण के निजीकरण को लेकर कर्मचारियों में गुस्सा है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि शीघ्र ही सरकार निजीकरण के निर्णय को वापस ले। वरना लोकतांत्रिक तरीके से बड़ा आंदोलन किया जाएगा। यह निर्णय समिति की लाल डिग्गी पर शनिवार को हुई बैठक में लिया गया।
बैठक में समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा ऊर्जा मंत्री ने एक्स पर ट्वीट करके लिखा है कि प्रधानमंत्री के आशीर्वाद से डबल इंजन की सरकार में प्रदेश के बिजली विभाग में ऐतिहासिक कार्य हुआ है। दूसरी ओर पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल कह रहे हैं कि पावर कारपोरेशन भारी घाटे में आ गया है, उसे सरकारी क्षेत्र में आगे चला पाना संभव नहीं है। बिजली वितरण के निजीकरण का निर्णय लिया गया है। पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने उत्पादन व पारेषण के कार्मिकों को संयुक्त उपक्रम में प्रतिनियुक्ति पर भेजने की बात कहकर उत्पादन व पारेषण के निजीकरण का भी पर्दापाश कर दिया है, जिससे बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा है। वर्ष 2010 में जब टोरेंट पावर को आगरा का फ्रेंचाइजी दी गई थी।