कोरबा । बिलासपुर संभागायुक्त श्री महादेव कावरे ने सुशासन सप्ताह के अवसर पर नगर पालिका निगम कोरबा के कोसाबाड़ी जोन में आयोजित जनसमस्या निवारण शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने शिविर में प्राप्त आवेदनों व निराकरण के संबंध में जानकारी लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
इस अवसर पर महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, कलेक्टर श्री अजीत वसंत, निगम आयुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय, सीईओ जिला पंचायत श्री दिनेश नाग, सभापित श्री श्यामसुंदर सोनी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
संभागायुक्त श्री कावरे सहित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने शिविर में निगम कार्यालय के विभिन्न शाखाओं के अंतर्गत लगाए गए काउंटरों में पहुंचकर संचालित की जा रही गतिविधियों का अवलोकन किया, शिकायतों व समस्याओं से संबंधित प्राप्त आवेदनों की जानकारी ली तथा शिकायतों के त्वरित निराकरण के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने निगम क्षेत्र में संपत्ति कर, जल कर, गुमस्ता सहित विभिन्न करों से प्राप्त होने वाले राजस्व की जानकारी लेते हुए राजस्व वसूली के संबंध में आवश्यक सुझाव दिए। साथ ही नगर वासियों से क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में चर्चा कर अधिकारियों को निराकरण के संबंध में निर्देश दिए। इस अवसर पर कमिश्नर सहित अन्य अतिथियों द्वारा हितग्राहियों को बीपीएल एवं अत्यांदय राशन कार्ड का वितरण भी किया गया।गौरतलब है कि राज्य शासन के दिशा निर्देशों के तहत जिला प्रशासन व नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा सुशासन दिवस के अवसर पर कोरबा नगर निगम सभी 07 जोन कार्यालयों कोसाबाड़ी जोन, टी.पी.नगर जोन, पं.रविशंकर शुक्लनगर जोन, कोरबा जोन, बालको जोन, दर्री जोन व सर्वमंगलानगर जोन आदि में जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में पंजीयन केन्द्र, हेल्पडेस्क, निर्माण एवं भवन अनुज्ञा, राजस्व वसूली, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, गुमास्ता, राशन कार्ड, जन्म-मृत्यु पंजीयन, स्वच्छता व साफ-सफाई, विद्युत स्ट्रीट लाईट, पेयजल, जलकर व नल कनेक्शन, प्रधानमंत्री आवास योजना, आधार कार्ड आदि के काउंटर का अवलोकन कर प्राप्त आवेदनों की जानकारी ली। उक्त शिविरों में नागरिकों की विभिन्न समस्याएं यथा नल कनेक्शन, राशन कार्ड, राष्ट्रीय परिवार सहायता वृद्धावस्था पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन निर्माण अनुमति सहित पेयजल, साफ-सफाई, स्ट्रीट लाईट आदि से जुड़ी समस्याओं का निराकरण किया गया।