गया। बिहार के डबल इंजन की सरकार में जहां स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे है। वहीं इस तमाम दावों की कुव्यवस्था की पोल खोल रही ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रही है। सरकार के दावों की एक अनोखी झलक देखने को मिला। हम बात कर रहे है बिहार के गया जिले के वजीरगज प्रखड़ में स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की। जहां एक दो नहीं बल्कि एक दर्जन से अभी अधिक मरीजों को भर्ती किया गया है। इस उमस भरी गर्मी में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं स्वास्थ्य केन्द्र की वार्ड पूरी तरह से अंधकार में डूबा हुआ है और इस अंधकार में मरीजों का इलाज टॉर्च के लाइट के सहारे किया जा रहा है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
उमस भरी गर्मी से मरीज परेशान>
वहीं वायरल वीडियो और तस्वीरों में आप देख सकते है कि स्वास्थ्य केन्द्र के सभी बेड पर मरीज भर्ती है। सभी मरीजों के परिजन अपने घर से लाए हुए हाथ पंखा से मरीजों को इस उमस भरी गर्मी से राहत दिलाने की कोशिश कर रहे है। स्वास्थ्य केन्द्र पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मी टॉर्च के लाइट में ही भर्ती मरीजों को इंजेक्शन भी लगा रहे है। घायल मरीज का ऑपरेशन रूम में इलाज भी कर रहे है, जो स्वास्थ्य विभाग की तमाम दावों की पोल खोल दी है। हालांकि, जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों की बात करे तो हर स्वास्थ्य केंद्र पर कुछ न कुछ व्यवस्था में कमी हमेशा व्याप्त ही रहती है। इससे ग्रामीण इलाकों के आम जन को समुचित व्यवस्था नहीं मिलने के चलते उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गया के सिविल सर्जन डॉ. रंजन कुमार सिंह ने बताया कि वजीरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लंबे समय से जेनरेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है। वहां सोलर प्लांट एवं इन्वर्टर के माध्यम से विद्युतापूर्ति की जाती है।