गोरखपुर, 0४ सितम्बर ।
बीआरडी मेडिकल कालेज में चर्चा है कि भर्ती होकर इलाज करा रहीं मधुमणि प्राइवेट वार्ड में नहीं हैं। कुछ डाक्टर और कर्मचारी दबी जुबान उनके लखनऊ रेफर या डिस्चार्ज किए जाने की बात तो कह रहे लेकिन मेडिकल कालेज प्रबंधन इसको लेकर चुप्पी साधे है। मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा माफ किए जाने के बावजूद पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मेडिकल कालेज के प्राइवेट वार्ड में भर्ती होकर उपचार करा रहे हैं। अमरमणि त्रिपाठी (अमरमणि त्रिपाठी) मानसिक रोग विभाग के अंतर्गत भर्ती हैं। अलग-अलग विभाग में रेफरेंस भेजकर उनका उपचार कराया जा रहा है। न्यूरोसर्जरी व कार्डियो विभाग में भी इलाज के लिए रेफरेंस भेजा गया है। मधुमणि न्यूरोलोजी विभाग में उपचाराधीन हैं। उनको गठिया व सर्वाइकल की भी दिक्कत है। आर्थो विभाग में भी उनका रेफरेंस भेजा गया था। चर्चा है कि मधुमणि चार दिन से मेडिकल कालेज में नहीं है। कहा जा रहा है कि उन्हें राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया है। यद्यपि, कुछ कर्मचारी इसका खंडन कर रहे हैं। उनका कहना है कि अभी मधुमणि यहां से न तो रेफर हुई हैं और न ही डिस्चार्ज। रेफर और डिस्चार्ज नहीं हुईं तो मधुमणि कहां गईं, मेडिकल कालेज प्रबंधन इस सवाल पर मौन है। एसआइसी ने इस संबंध में कोई जानकारी न होने की बात कहते हुए स्वयं के बाहर होने की जानकारी दी।