पामगढ़ । बीईओ कार्यालय के क्लर्क की मनमानी से शिक्षकों में आक्रोश है। यहां के एक वरिष्ठ लिपिक की मनमानी चरम पर है। उनके द्वारा जान बूझकर मेडिकल अवकाश में रहने वाले शिक्षकों का वेतन देयक प्रस्तुत कर जनवरी में उनका वेतन जारी कर दिया। जबकि अर्जित अवकाश में रहने वाले शिक्षकों का वेतन मनमानी करते हुए रोक दिया। संबंधित शिक्षकों ने जब इसकी जानकारी चाही तो अब वे गोल मोल जवाब दे रहे हैं।
जिनका वेतन नियमानुसार रोका जाना था उसे ना रोक कर दूसरे कर्मचारी का वेतन रोकना गम्भीर लापरवाही है। इसकी जानकारी होते हुए भी बीईओ द्वारा कोई कार्रवाई संबंधित कर्मचारी के खिलाफ नहीं की जा रही है। इससे शिक्षक व मध्यान्ह भोजन संचालित करने वाले स्व सहायता समूह की महिलाओं में आक्रोश है। संबंधित क्लर्क की कार्यशैली से यहां कार्यालय में आने वाले कर्मचारी ही नही बल्कि आमजन भी खासे परेशान रहते है। इस लिपिक के पास कर्मचारियों के वेतन बिल,पेंशन बिल, अवकाश बिल संबंधी कार्य के साथ मध्यान्ह भोजन का प्रभार है। जिसके चलते महिला समूहों से अक्सर वाद विवाद की स्थिति निर्मित होती है। आरोप यह भी है कि उनके द्वारा बिना लेनदेन के कोई कार्य नहीं किया जाता। ज्ञात हो कि ये लिपिक लगभग 25 साल से बीईओ कार्यालय पामगढ़ में ही पदस्थ हैं। इस दौरान कई बीईओ आए और गए लेकिन इनकी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया है। ज्ञात हो कि उक्त लिपिक की पूर्व में भी शिकायत हुई थी। वे अपने कक्ष में हमेशा ताला लगाकर निकल जाते थे और कक्ष का उपयोग निजी कक्ष की तरह करते थे। एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार ने उन्हें नोटिस भी जारी किया था।
वर्तमान में विधानसभा सत्र 5 फरवरी से प्रारंभ हो गया है और आगामी लोकसभा निर्वाचन भी करीब है जिसको मद्देनजर करते हुए शासन द्वारा समस्त अवकाश पर सक्षम अधिकारी की अनुमति और पर्याप्त कारण के बिना स्वीकृति पर रोक लगाई गई है लेकिन बीईओ कार्यालय के स्थापना खण्ड के लिपिक द्वारा धड़ल्ले से अवकाश स्वीकृत किया जा रहा। अर्जित अवकाश, चिकित्सा अवकाश सहित अन्य अवकाश पर मोटी रकम की मांग भी की जाती है नहीं देने पर संबंधित लिपिक द्वारा नियम कानून का हवाला देकर कर्मचारियों को परेशान किया जाता है।
स्थापना शाखा के क्लर्क द्वारा शिक्षकों की सेवा पुस्तिका संबंधी कार्य के लिए पुन: अपने पसन्द के शिक्षकों को अटैच किया गया है। यही शिक्षक बार बार अटैच हो रहे हैं। जबकि अभी समाधान शिविर आयोजित करने उच्च कार्यालय से कोई आदेश नहीं आया है। कई स्कूल अभी भी एकल शिक्षकीय हैं। जहां पढ़ाई प्रभावित हो रही है लेकिन बीइओ को इसकी परवाह नही है। जबकि विधानसभा सत्र प्रारंभ हो चुका है,आगे परीक्षा शुरू हो जाएगी मगर यहां अटैच का खेल चल रहा है।
जिनका वेतन जारी नहीं हो पाया है उसे जारी कर दिया जाएगा। जिनको त्रुटि पूर्ण ढंग से वेतन जारी कर दिया गया है उनसे रिकव्हरी की जाएगी। संलग्न शिक्षकों को कार्यमुक्त किया जाएगा।
मोहन लाल कौशिक
प्रभारी , बीईओ पामगढ़