कोरबा । एसईसीएल स्थित बीकन इंग्लिश मीडियम स्कूल परिसर में लंबे अर्से से बेकार पड़े बड़े पत्थरों पर सौंदर्यीकरण का कार्य एसईसीएल द्वारा कराया जा रहा है। बारिश में भी चित्रकार प्लास्टिक लगाकर पत्थरों पर चित्रकारी कर रहा है। अपनी कला से पत्थरों पर आकर्षक चित्र बनाकर उसे ऐसे सुसज्जित करने में लगा हुआ है मानों उसमें जान डाल रहा हो। बेकार पड़े इन पत्थरों में चित्रकार आकर्षक चित्र बनाकर बच्चों सहित स्कूल पहुंचने वाले पैरेंट्स का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले एसईसीएल प्रबंधन द्वारा स्कूल परिसर का निरीक्षण किया गया था। यहां पहुंचे एसईसीएल के अधिकारियों ने स्कूल परिसर में उग आए जंगल-झाडिय़ों को हटाने, पेड़-पौधे लगाकर व पत्थरों पर चित्रकारी कर स्कूल परिसर को सजाने का निर्णय लिया गया। अब एसईसीएल प्रबंधन द्वारा साफ-सफाई व पत्थरों पर चित्रकारी का काम कराया जा रहा है। इन संपूर्ण कार्यों को लेकर स्कूल प्रबंधन ने एसईसीएल प्रबंधन का धन्यवाद किया है।
स्कूल परिसर में करीब 8 से 10 बड़े पत्थर हैं और ये बड़े पत्थर करीब 6 से 7 दशक से यहां पड़े हुए हैं। जानकार बताते हैं कि जब कोरबा में एसईसील की खदानें शुरू हुई, उसी दौरान खदान से निकले ये बड़े पत्थर यहां पर रखे गए थे जो आज भी यहां मौजूद हैं।
अभी एक पत्थर पर चित्रकारी हो रही है। ऐसे 8-10 पत्थरों पर चित्रकारी होनी है। पहले पत्थर पर चित्रकार ने जो चित्र उकेंरा है वह पर्यावरण को लेकर है। ग्लोब में कुछ मानव के साथ ही पेड़ को दर्शित किया गया है। जो निश्चित ही यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों में जागरूकता लाने का कार्य करेगी। चित्रों के माध्यम से बच्चे ये जान सकेंगे कि धरती पर रहना है तो पेड़ जरूरी है। बिना पेड़ के जीवन संभव नहीं है। इसी तरह अन्य पत्थरों में भी जो चित्रकारी होगी, उससे भी बच्चे निश्चित रूप से जागरूक होंगे।