बीजिंग, ३० अक्टूबर ।
चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआइ) प्रोजेक्ट को एक और बड़ा झटका लगा है। ब्राजील ने चीन की बीआरआई योजना से दूरी बनाते हुए इसमें शामिल नहीं होने का फैसला किया। ब्राजील चीन की अरबों डालर की इस पहल में शामिल नहीं होने वाला दूसरा ब्रिक्स देश बन गया है। उसने भारत की ही तरह ब्रिक्स समूह में इसका समर्थन नहीं किया।ब्राजील के राष्ट्रपति लुला डा सिल्वा के विशेष सलाहकार सेल्सो एमोरिम ने मंगलवार को कहा कि ब्राजील बीआरआई में शामिल नहीं होगा, बल्कि चीनी निवेशकों के साथ साझेदारी के वैकल्पिक तरीके खोजेगा। उन्होंने ब्राजील के अखबार ओ ग्लोबो से कहा कि ब्राजील चीन के साथ संबंधों को एक नए स्तर पर ले जाना चाहता है, बिना किसी अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।एमोरिम ने कहा, हम कोई संधि नहीं कर रहे हैं। ब्राजील का यह फैसला चीन की इस योजना के विरोधाभासी है कि 20 नवंबर को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ब्रासीलिया की राजकीय यात्रा के दौरान इसे मुख्य रूप से अंजाम दिया जाए।
उन्होंने सस्केचेवान विश्वविद्यालय, सस्केचेवान अनुसंधान परिषद और पंजाबी सांस्कृतिक संघ सस्केचेवान में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। उनके भाई राजिंदर भदौड एक तर्कशील नेता के रूप में सक्रिय हैं, जबकि उनके भतीजे कंवलदीप सिंह ग्रेवाल बरनाला सरकारी अस्पताल में तैनात हैं।इस संबंध में उनके भतीजे कंवलदीप सिंह ग्रेवाल ने कहा कि यह उनके परिवार के लिए बहुत खुशी का दिन है। उन्होंने कहा कि हमारा परिवार समाज सेवा में योगदान देता रहा है और इसी का नतीजा है कि परिवार का एक सदस्य कनाडा में विधायक चुना गया है।