लंदन, 1९ अगस्त । अगर अस्पताल ने तेजी और सूझबूझ से काम किया होता तो किसी बच्चे की जान नहीं जाती। यह कहना है ब्रिटेन में रह रहे उस भारतीय मूल के बाल रोग विशेषज्ञ का, जिन्होंने सात बच्चों की हत्या की दोषी नर्स लुसी लेटबी को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई। ब्रिटेन के चेस्टर में एक नर्स ने कई बच्चों को मौत के घाट उतारा है, जिसे अब दोषी ठहरा दिया गया है। नर्स लुसी लेटबी ने बच्चों की अलग-अलग तरीकों से हत्या की थी। लेटबी ने शिशुओं को उनके रक्तप्रवाह या दूध पिलाने वाली नलिकाओं में हवा का इंजेक्शन लगाकर, उन्हें अधिक दूध पिलाकर या उन्हें इंसुलिन से जहर देकर मार डाला। इस बीच बच्चों को मारने के बाद वह सहकर्मियों को परेशान करने वाले मैसेज भी भेज रही थी, जो अंत में उसके खिलाफ महत्वपूर्ण सबूत बने।उसके टेक्स्ट मैसेज से पता चला कि उसने शिशुओं की मौत के बाद अपने सहकर्मियों से संपर्क किया था और जवाब में, अनजान स्टाफ सदस्यों से सहानुभूति प्राप्त करने की कोशिश की।