लंदन, 0५ जुलाई ।
ब्रिटेन के आम चुनाव में लेबर पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है. ब्रिटेन को 14 साल के कजंर्वेटिव शासन के बाद पहली लेबर सरकार मिलने जा रही है। लेबर पार्टी के चीफ कीर स्टार्मर यूके के अगले पीएम होंगे। प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद कीर स्टारमर का पहला महीना विदेश दौरों के नाम रहेगा। इस दौरान वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अन्य यूरोपीय नेताओं के साथ कई बैठकें करेंगे।
वहीं भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन ने अपनी जीत के बाद कहा कि देशभर के परिणामों को बताते हुए मैं इतना ही कह सकती हूं कि मैं माफी मांगती हूं, मुझे खेद है। ब्रिटेन के महान लोगों ने 14 वर्षों तक हमारा साथ दिया, लेकिन हमने अपने वादे पूरे नहीं किए। हमने ऐसे व्यवहार किया, जैसे आपके वोटों पर हमारा अधिकार है। मुझे खेद है कि मेरी पार्टी ने आपकी बात नहीं सुनी।
ब्रिटेन आम चुनाव के नतीजों में अभी तक लेबर पार्टी ने 406 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कंजर्वेटिव पार्टी 112 सीटों पर जीती है। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को 67 सीटें मिली हैं। लेबर पार्टी से निष्कासित होने के बावजूद जेरेमी कोर्बिन ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार इस्लिंगटन नॉर्थ सीट से जीत हासिल की है।
कॉर्बिन ने इस्लिंगटन निर्वाचन क्षेत्र में 24,120 वोटों के साथ जीत हासिल की। उन्होंने लेबर पार्टी के भारतीय मूल के उम्मीदवार प्रफुल नरगुंड से 7,247 वोट अधिक वोटों से हराया। 75 वर्षीय पूर्व लेबर नेता 10 बार सीट जीती जनप्रतिनिधि रह चुके हैं लेकिन इस चुनाव में, वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए, क्योंकि 2020 में लेबर पार्टी से निकाल दिया गया था। ब्रिटिश भारतीय और कंजर्वेटिव पार्टी की उम्मीदवार शिवानी राजा भी जीत हासिल करने में सफल रही हैं, उन्होंने लेबर पार्टी के उम्मीदवार और लंदन के पूर्व डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल को लीसेस्टर ईस्ट निर्वाचन क्षेत्र में हराया।
हालांकि कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार में मंत्री रहे ग्रांट शैप्स, पेनी मोर्डंट और जैकब रीस मोग जैसे प्रमुख नामों को भी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।
कंजर्वेटिव पार्टी की हार पर स्कॉटिश कंजर्वेटिव पार्टी के नेता रुथ डेविसन ने कहा कि यह कंजर्वेटिव पार्टी के लिए करारी हार है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जैसी आशंका थी, कंजर्वेटिव पार्टी के लिए नतीजे उतने भी खराब नहीं रहे हैं।