नगर निगम के छठवें चुनाव के लिए मतदान 11 फरवरी को
कोरबा। नगरपालिक निगम कोरबा के छठवें चुनाव अगले महीने होने जा रहे हैं भाजपा से महापौर पद के लिए चार दावेदार बताए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि साकेत नगर की पार्षद आरती अग्रवाल को पार्टी उम्मीदवार घोषित कर सकते हैं। उनका नाम लगभग फाइनल माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस की ओर से तीन दावेदारों का पैनल आगे भेजा गया है। इसी में से कोई एक भाजपा के सामने मैदान में होगा। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री उषा तिवारी का नाम इस कड़ी में सबसे आगे है। नगर निगम के इससे पहले हुए चुनाव की तरह इस बार भी प्रमुख पार्टी के प्रत्याशी को 5 से 7 करोड रुपए जीत के लिए खर्च करने पड़ सकते हैं।
1998 में मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण कोरबा को भंग करने के साथ नगर निगम का गठन किया गया था। इन वर्षों में अब तक निगम के पंच चुनाव। प्रथम तीन चुनाव में भाजपा के श्याम कंवर, लखन देवांगन और जोगेश लांबा महापौर निर्वाचित हुए। जबकि बांध के दो चुनाव में कांग्रेस के रेनू अग्रवाल और राजकिशोर प्रसाद को मेयर बनने का अवसर मिला। यह छटवा चुनाव होने जा रहा है। इसके लिए प्रदेश की सत्ता संभाल रही भारतीय जनता पार्टी हर हाल में कोशिश कर रही है कि नगर निगम में उसका महापौर निर्वाचित हो। जबकि विधानसभा चुनाव में कोरबा सीट गवाने वाली कांग्रेस नगर निगम पर अपना कब्जा बरकरार रखने की मानसिकता में है। इस इस तरह से दोनों ही पार्टियों नगर निगम के चुनाव को लेकर काफी गंभीरता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। खबरों के अनुसार नगर निगम कोरबा में महापौर पद को लेकर भाजपा संगठन के पास पार्षद ऋतु चौरसिया, आरती अग्रवाल, महिला मोर्चा के अध्यक्ष वैशाली रत्नपारखी और अन्य के नाम आए। अपने कामकाज और उपलब्धि के आधार पर इन्होंने पार्टी से महापौर पद के लिए टिकट देने की मांग की। कहां जा रहा है कई प्रकार की एप्रोच और समीकरण को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने नगर निगम कोरबा से महापौर के चुनाव के लिए आरती के नाम को आगे रखा है।
इस प्रकार के दावे किए जा रहे हैं कि संगठन की ओर से अधिकृत घोषणा होना बाकी है जबकि नाम लगभग फाइनल हो चुका है। कांग्रेस संगठन के लिए भी नगर निगम कोरबा का चुनाव प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है। सबसे हैरानी की बात यह है कि आर्थिक रूप से सक्षम उम्मीदवार के तौर पर उसके पास उषा तिवारी और रेखा त्रिपाठी के ही नाम आए हैं। जबकि जिला शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सपना चौहान की ओर से भी इस पद के लिए दावेदारी की गई है। कहा जा रहा है की नीतिगत रूप से भाजपा दमदार कैंडिडेट की तलाश पहले से कर रही थी ताकि चुनाव के मैदान में अच्छी टक्कर दी जा सके। संभावना है कि आज अथवा कल भाजपा के नाम की घोषणा कर सकती है और इस स्थिति में इंतजार रहेगा कि उसके मुकाबले कांग्रेस किस चेहरे को यहां से मैदान में उतारती है। याद रहे एक दिन पहले ही कांग्रेस संगठन की ओर से पर्यवेक्षक के रूप में पूर्व विधायक गुरमुख सिंह होरा को कोरबा भेजा गया था जिन्होंने दावेदारों से एक-एक कर बातचीत की थी।
सूची जारी करने वाले सक्रिय
कोरबा जिले में नगर पालिक निगम से लेकर विभिन्न नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्र से प्रमुख राजनीतिक दलों ने अभी पार्षद पद के प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। लेकिन कई स्तर से बोगस सूची तैयार करने के साथ इस सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जा रहा है। यहां तक की लोग एडवांस में ही प्रत्याशियों के लिए समीकरण बन रहे हैं और उनकी हार जीत के दावे भी करने लगे हैं।
रणनीतिकार चले गए कुंभ नहाने
निकाय चुनाव को लेकर कई जगह दिलचस्प मामले भी सामने आ रहे हैं। खबरों के अनुसार नगर निगम कोरबा के मुड़ापार अजा वार्ड से भाजपा की ओर से स्थानीय इकाई ने हेमन्त चौहान का सिंगल नाम आगे भेजा था। जब निर्णय की बारी आई तो उनके लिए रणनीति बनाने वाले लोग कोरबा में रहने के बजाय महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज चले गए। खबर है कि इस वार्ड से भाजपा की टिकट हथियाने के लिए रामकृष्ण चौहान कोशिश कर रहे हैं जो आरएसएस ज़ोन के निवासी है।