
कुछ लोगों के विरोध से बाहर हुई ऋतु और आरती
कोरबा। नगर पालिका निगम कोरबा के लिए महापौर पद पर नामांकन 28 जनवरी तक होना है। अब तक प्रत्याशी चयन और घोषणा की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। इस बीच लगातार संभावित दावेदारों के मामले में समीकरण लगातार बदल रहे हैं। खबर के अनुसार भाजपा में कुछ लोगों के भारी विरोध के कारण पार्षद रितु चौरसिया और आरती अग्रवाल की दावेदारी महापौर पद के लिए लगभग समाप्त हो गई है। कहां जा रहा है कि संजू देवी राजपूत का नाम आगे कर दिया गया है । जबकि कांग्रेस से उषा तिवारी एकमात्र दावेदार है और उनके नाम की घोषणा संगठन कर सकता है।
नगर पालिका निगम कोरबा के लिए होने जा रहे छठवें चुनाव में इस प्रकार की स्थिति निर्मित हो रही है जबकि अंतिम स्थिति में प्रत्याशियों को फाइनल किया जा रहा है। कहा जा सकता है कि या तो ऐसा करना आवश्यक है या फिर यह मजबूरी भी हो सकती है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले ही इस प्रकार की तस्वीर बन रही थी कि जिन नाम को आगे किया जा रहा है उनके अलावा और कुछ हो नहीं सकता और भाजपा महापौर चुनाव के लिए ट्रांसपोर्ट नगर वार्ड की पार्षद रितु चौरसिया को आगे कर सकती है या फिर वार्ड क्रमांक दो की पार्षद आरती अग्रवाल को। लगातार इसी प्रकार की कोशिश होती रही और काफी कुछ सुनिश्चित माना जा रहा था। इधर नई जानकारी के अनुसार भाजपा खेमा पिछले दो नाम को लेकर मजबूरी में पीछे हट गया जबकि कई लोगों ने अलग-अलग कारण से इस पर घोर आपत्ति दर्ज कराई और कहां की यह दोनों पार्षद महापौर पद के लिए प्रत्याशी नहीं बनाने चाहिए। इस दबाव के आगे बड़े नेताओं को झुकना पड़ा और खबर के मुताबिक पूर्व पार्षद संजू देवी राजपूत के नाम पर आगे कर दिया गया है और दावा किया जा रहा है कि अगर किसी प्रकार की एप्रोच नहीं लगती है तो फिर उनका नाम ही फाइनल हो जाएगा। दूसरी तरफ कांग्रेस से महापौर पद के लिए गिनती के दो नाम सामने आए थे। इनमें एक नाम उषा तिवारी और दूसरा नाम रेखा त्रिपाठी का था। दोनों ही कार्यकर्ता काफी समय से कांग्रेस के लिए काम करते रहे हैं। मौजूदा स्थिति में कांग्रेस से किसी भी महिला कार्यकर्ता की ओर से दावेदारी नहीं की गई और ऐसे में मान लिया गया कि इस पद पर चुनाव लडऩे के लिए किसी को दिलचस्पी नहीं है। प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता नहीं होने और आर्थिक स्थिति को भी इसका एक बड़ा कारण माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि मौजूदा स्थिति में महापौर पद के लिए कांग्रेस से उषा तिवारी का पलड़ा काफी मजबूत बना हुआ है और अगर किसी प्रकार के बदलाव नहीं होते हैं तो कांग्रेस संगठन आज शाम तक उनके नाम की घोषणा कोरबा नगर निगम से कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो फिर नगर निगम क्षेत्र में महापौर पद का मुकाबला संजू देवी और उषा तिवारी के बीच हो सकता है