नई दिल्ली/कोलकाता। भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने बंगाल में रोहिंग्याओं के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बढ़ते खतरे का मुद्दा उठाते हुए राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर वोट बैंक के लिए अनदेखी का आरोप लगाया है। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि कोलकाता में राष्ट्रीय महत्व के संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर फिजिक्स के बाहर एक बड़े इलाके पर अवैध कब्जा कर लिया गया है।
यह कब्जा रोहिंग्याओं ने किया है, जो बांग्लादेश से अवैध तरीके से आए हैं। इन रोहिंग्याओं के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है, क्योंकि यह संवेदनशील संस्थान है।
जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रही प्रदेश सरकार
भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि संस्थान के प्रमुख ने पुलिस और जिला प्रशासन से चार बार इसकी शिकायत की है। मगर जानबूझकर कोई कार्रवाई नहीं की गई, क्योंकि ममता सरकार उन्हें हटाना नहीं चाहती है। इस पर सदन में मौजूद तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा किया। उनका कहना था कि इस मामले पर भाजपा सदस्य राजनीति कर रहे हैं।
केंद्र के वक्फ (संशोधन) विधेयक- 2024 के खिलाफ मंगलवार को दूसरे दिन चर्चा के बाद बंगाल विधानसभा से प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया। बंगाल के संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने सोमवार को राज्य सरकार की तरफ से यह प्रस्ताव पेश किया था। प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने वक्फ विधेयक का कड़ा विरोध किया और केंद्र सरकार पर इसके बहाने एक धर्म विशेष को निशाना बनाने का आरोप लगाया। यह भी आरोप लगाया कि केंद्र ने वक्फ विधेयक पर राज्य से कोई परामर्श नहीं किया।