नई दिल्ली 10 अप्रैल। समुद्र में अपने हैरंतगेज सफल ऑपरेशनों के बाद भारत दुनिया में लगातार अपना रुतबा बढ़ा रहा है। ईरान के चाबहार के बाद म्यांमार बंदरगाह पर भी भारत ने अपना नियंत्रण कर लिया है। हाल ही में म्यांमार और भारत सरकार के बीच इस समझौते को हरी झंडी मिली है। विदेश मंत्रालय ने म्यांमार के सिटवे में कलादान नदी पर मौजूद बंदरगाह के संचालन को संभालने के लिए इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड (आईजीपीएल) के एक प्रस्ताव को मंजूरी दी। भारत की यह उपलब्धि चीन के लिए बड़ा झटका है क्योंकि, चीन म्यांमार के पश्चिमी तट पर क्याउकफ्यू बंदरगाह पर निर्माण कार्य कर रहा है, जो भारत के लिए टेंशन की बात थी। म्यांमार में सिटवे बंदरगाह में इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी कार्यरत है। ईरान के चाबहार पोर्ट के बाद यह दूसरा विदेशी बंदरगाह है, जहां की सुरक्षा भारत के जिम्मे होगी। यह न सिर्फ समु्द्र बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति की दृष्टि से भारत की बड़ी जीत है। म्यांमार और भारत के बीच यह समझौता क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए किया गया है।