नईदिल्ली, २१ जुलाई [एजेंसी]।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत में दुनिया में कुशल कार्यबल के सबसे बड़े प्रदाताओं में से एक बनने की क्षमता है। पीएम मोदी ने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति के युग में, प्रौद्योगिकी रोजगार के लिए मुख्य चालक बन गई है और रहेगी। मध्य प्रदेश के इंदौर में 19 जुलाई से आयोजित होने वाले चौथे जी 20 रोजगार कार्य समूह और श्रम और रोजगार मंत्रियों की बैठक के समापन दिवस को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि बैठक सभी श्रमिकों के कल्याण के लिए एक मजबूत संदेश देगी। दुनिया भर। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि यह बैठक ऐसे देश में हो रही है, जिसके पास पिछले ऐसे प्रौद्योगिकी आधारित परिवर्तन के दौरान बड़ी संख्या में प्रौद्योगिकी नौकरियां पैदा करने का अनुभव है। उन्होंने बताया कि इंदौर, जो कई स्टार्टअप्स का घर है, ऐसे परिवर्तनों की नई लहर का नेतृत्व कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर, मोबाइल कार्यबल भविष्य में एक वास्तविकता बनने जा रहा है। इसलिए, अब सही अर्थों में कौशल के विकास और साझाकरण को वैश्वीकृत करने का समय आ गया है। जी20 को इसमें अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, मैं कौशल और योग्यता आवश्यकताओं के आधार पर व्यवसायों के अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ को शुरू करने के आपके प्रयासों की सराहना करता हूं। यह रेखांकित करते हुए कि रोजगार सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक कारकों में से एक है, प्रधान मंत्री ने कहा कि दुनिया रोजगार क्षेत्र में कुछ सबसे बड़े बदलावों की दहलीज पर है और इन तीव्र बदलावों को संबोधित करने के लिए उत्तरदायी और प्रभावी रणनीति तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा हम सभी को उन्नत प्रौद्योगिकियों और प्रक्रियाओं के उपयोग में अपने कार्यबल को कुशल बनाने की आवश्यकता है। कौशल, पुन: कौशल और अपस्किलिंग भविष्य के कार्यबल के लिए मंत्र हैं। भारत में, हमारा कौशल भारत मिशन इस वास्तविकता से जुडऩे का एक अभियान है। उन्होंने इसे वास्तविकता बनाने वाले भारत के कौशल भारत मिशन और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उदाहरण दिया, जिसने अब तक भारत के 12.5 मिलियन से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है।