
जांजगीर – चांपा । दो दिनों से लगातार हो रही वर्षा से एक तरफ जहां जन जीवन प्रभावित हुआ है। वहीं जिले के नदी नाले ऊफान पर हैं। वर्षा होने से महानदी का जल स्तर भी बढऩे लगा है। शुक्रवार की रात तक महानदी शबरी पुल से पांच फीट नीचे बह रही थी। जबकि एक दिन पहले तक जल स्तर काफी कम था। वहीं कई स्थानों पर नालोंका जलस्तर बढऩे से आवागमन अवरूद्ध हो गया है। शिवरीनारायण से मरा मार्ग में कुकदा पुल के ऊपर सेतीन फीट तक पानी बह रहा था। महानदी का जलस्तर बढऩे से प्रशासन अलर्ट है। महानदी के किनारे बसे गावों में सावधान रहने मुनादी भी कराई गई है। जिले के शिवरीनारायण महानदी पर बने शबरी सेतु पुल की ऊंचाई 729 फीट है। जिसमें शबरी सेतु पुल से 724 फीट यानी पुल से महज चार फीट नीचे ही महानदी का पानी बह रहा है। जिले मेंदो दिनों से रुक – रुक कर हो रही वर्षा से महानदी का जल स्तर बढ़ गया है। महानदी शबरी सेतु पुल से आवागमन अभी जारी है। जलस्तर बढऩे के बाद पुल से लोगों का आना – जाना बंद कर दिया जाएगा। ऐसा होने पर जांजगीर जिले का संपर्क बलौदाबाजार, सारंगढ़ – बिलाईगढ़, महासमुंद और रायपुर जिले से टूट जाएगा। जिला प्रशासन ने लगातार हो रही वर्षा को देखते हुए महानदी के किनारे बसे गांव और तटीय क्षेत्रों के इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया है। एसडीएम जांजगीर ज्ञानेंद्र सिंह ठाकुर का ने बताया कि ऐहितयात के तौर पर महानदी तटीय इलाकों में मुनादी करा दी गई है। शिवरीनारायण के वार्ड नंबर एक शिकारी डेरा, नटराज चौक वार्ड 14 -15 नीचली बस्तियों में पानी पहले पहुंचता है। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए नगर पालिका और राजस्व की टीम को तैनात कर दिया गया है। नदी का पानी स्थिर है। गंगरेल बांध से अभी पानी नहीं छोड़ा गया है। नदी के तटवर्तीय क्षेत्रों का निरीक्षण कर जायजा लिया गया है। मौसम ने जाते जाते एक बार फिर अपना रूख बदला है। जिले में लगातार दो दिनों सेरूक रूक कर वर्षा हो रही है। गुरूवार को रातभर वर्षा हुई इसके बाद शुक्रवार की सुबह मौसम की आंख मिचौली जारी रही । दोपहर में आसमान में काले बादल छाए और वर्षा शुरू हो गई। करीब घंटे भर तक जमकर वर्षा हुई। लगातार हो रही वर्षा से सेजनजीवन तो प्रभावित हुआ है। वहीं नदी नालोंका जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। नदी और नालों के तटीय क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। सप्ताह भर पहले जिले के बलौदा, पामगढ़ सहित कई क्षेत्रों में जहां फसल सूखनेलगे थे। खेतों में दरारें आ गई थी। मगर दो दिनों से हुई वर्षा से फसल को जीवनदान मिला है। लगातार हुई वर्षा से 25 घंटे में महानदी का जलस्तर 13 फीट बढ़ा है। गुरूवार 14 सितंबर की दोपहर 12 बजे से महानदी का जलस्तर बढऩा शुरू हुआ। शुक्रवार 15 सितंबर दोपहर 3 बजे तक महानदी का जलस्तर 13 फीट बढ़ गया। शुक्रवार दोपहर महानदी में 34 फीट पानी था। महानदी शबरी पुल से मात्र पांच फीट नीचे बह रही है। हालांकि शुक्रवार सुबह से महानदी का जलस्तर बढऩे की रफ्तार एकदम धीमी हो गई है। महानदी के जलस्तर बढऩे का कारण लगातार हुई वर्षा का पानी है। जानकारी के अनुसार अब तक किसी भी डैम से पानी नहीं छोड़ा गया है। महानदी का जलस्तर बढऩे पर प्रशासन अलर्ट पर है। महानदी के किनारे बसे गावों में सावधान रहने मुनादी भी कराई गई है। शबरी पुल के पास पुलिस व होम गार्ड के जवान तैनात किए गए हैं। महानदी के बढ़े जलस्तर के कारण नजारा देखने महानदी के घाटों पर लोग पहुंच रहे हैं। जिले के कई स्थानों पर नालों का जलस्तर बढऩे से आवागमन अवरूद्ध हो गया है। शिवरीनारायण से मरा मार्ग में रिंगनी और कुकदा के बीच नाला में बने पुल के ऊपर से शुक्रवार को तीन फीट तक पानी बह रहा था। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गुरूवार की शाम तक पुल से आवागमन हो रहा था। रात में हुई वर्षा के बाद जलस्तर बढऩा शुरू हुआ जिसकी वजह से पुल के ऊपर से पानी बहने लगा। नाले का जलस्तर बढऩे से आवागमन अवरूद्ध हो गया है।