
कोरबा। ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के साथ पाली विकासखण्ड के सराईसिंगार के ग्रामीणों ने बैठक की। तालाब में खुदाई करने से हो रही दिक्कत, मुआवजा, रोजगार तथा विभिन्न राजस्व संबंधित समस्याओं से संगठन को अवगत कराया।इस पर संगठन ने सारी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुनने के बाद एसईसीएल प्रबंधन के समक्ष समाधान के लिए मांग रखने की बात कही। संगठन ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो आंदोलन का भी रूख अपनाएंगे।विकासखंड पाली अंतर्गत हरदीबाजार तहसील के ग्राम पंचायत सराईसिंगार में ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के साथ बैठक कर पंचायत की समस्याओं को बस्तीवासियों ने संगठन के समक्ष रखी। ग्रामीणों ने बताया कि एसईसीएल प्रबंधन खदान के विस्तार को लगातार आगे बढ़ा रही है। ग्राम के करीब खदान पहुंच गया है। सराईसिंगार पंचायत में वर्षों पुराना तालाब खदान की खोदाई से सूख गया है। इससे बस्तीवासियों को निस्तारी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अमगांव और सराईसिंगार पंचायत पहले एक पंचायत हुआ करता था आज भी अमगांव के ग्रामीण मुआवजे और रोजगार के लिए भटक रहे हैं। इसके साथ राजस्व संबंधित नामांतरण फौती पर्चा पट्टा के साथ अन्य समस्याओं से भी जूझ रहे हैं। ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने बताया कि संगठन की ओर से जन चौपाल आयोजित कर समस्याओं को सुना जा रहा है और उसके समाधान कराने के लिए प्रयास किया जा रहा है । चूंकि खदान प्रभावित क्षेत्रों में समस्याएं ज्यादा है, जिला प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन को ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत कराते हुए समाधान कराने मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विधायक व सांसद से भी सहयोग मांगी जाएगी।