कोरबा-पाली। एसईसीएल कोरबा क्षेत्र की खुली खदान सराईपाली बुड़बुड़ में भूविस्थापितों ने 5 नवम्बर से खदान को फिर से बंद करा दिया है । अपने पुनर्वास (बसाहट ) का मुआवजा राशि मे बढ़ोतरी और आउट सोर्सिंग कंपनी में काम करने वाले ड्राइवर हेल्परों की एच पी सी दर से वेतन के साथ मेडिकल , सुरक्षा उपकरण सहित अन्य मांगों को लेकर चौथी बार खदान बंद कराया गया है ।
एसईसीएल की कोरबा क्षेत्र अंतर्गत सराईपाली परियोजना में ग्रामीणों की विरोध के कारण 20 साल के लंबे इंतजार के बाद 2021 में शुरू हो पाया था । इस परियोजना को मध्यप्रदेश पुनर्वास निति के तहत अर्जन की प्रक्रिया पूरी की गई थी और उसी नीति के आधार पर हर खातेदार को एक रोजगार दिया जाना था किंतु प्रशासन की मदद से एसईसीएल ने कोल इंडिया पालिसी के अनुसार रोजगार प्रदान किया जिससे छोटे खातेदारों को रोजगार से वंचित होना पड़ा । यहां के भुविस्थापित परिवारों को जमीन के बदले मात्र 1.24 लाख रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया गया और अब बसाहट के एवज में 3 लाख रुपये दिया जा रहा है जबकि मेगा प्रोजेक्ट दीपका ,गेवरा और कुसमुंडा में 10 लाख तथा प्रोत्साहन राशि 5 लाख रुपये दी जा रही है ।