बहराइच, 05 सितम्बर ।
नौ बच्चों समेत 10 लोग शिकार बना चुके भेडि़ए ने मंगलवार को हमला नहीं सुनाई पड़ा। खंड विकास अधिकारी हेमंत कुमार यादव ने बताया कि जिलाधिकारी मोनिका रानी के नेतृत्व में 11 जिला स्तरीय अधिकारी गांवों में भ्रमण कर रहे हैं। भेडि़ए के हमले को रोकने के लिए पूरी ताकत के साथ निगरानी की जा रही है।वन विभाग की 16 टीमें लगातार कॉम्बिंग कर रही हैं। शाम होते ही गांवों में गोले पटाखों की आवाज गूंजने लगती है। लाउड स्पीकर से जागते रहो का शोर दूर-दूर तक सुनाई देता है। 200 पुलिस व पीएसी के जवान निगरानी में लगाए गए हैं। ग्रामीण टोलियां बनाकर घूमते नजर आते हैं। इन प्रयासों के बावजूद ग्रामीणों में भेडि़ए को लेकर दहशत है। ग्रामीण रतजगा कर रात बिता रहे हैं। लोकेशन मिलने के बाद भेडिय़ा चकमा देकर निकल जाता है। फिलहाल बुधवार को भेडि़ए की कोई लोकेशन नहीं मिली।
भेडिय़ा प्रभावित गांवों में चौकसी बढ़ गई है। प्रभागीय वनाधिकारी अजीत प्रताप सिंह का कहना है कि मुख्य वन संरक्षक, वन संरक्षक, आसपास के जिलों के डीएफओ के साथ पूरा अमला रात दिन निगरानी में जुटा है। सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है। गांवों में कैंप कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। चार भेडि़ए पकड़े जा चुके हैं। दो अन्य पकड़ लिए जाएंगे। यदि ग्रामीण सजग रहेंगे तो घटनाएं रुकेंगी। कदापि घर के बाहर न सोएं।