कोरबा। 10 दिनों से जिला अस्पताल के मच्र्यूरी में वारिशान की इंतजार कर रही लावारिस पड़ी वृद्ध की लाश को अंतत: आज उसके वारिश मिल ही गए और पाली क्षेत्र से मोबाइल फोन द्वारा अस्पताल चौकी पुलिस को यहां पहुंचकर लाश को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की सूचना दे दी।
मिली जानकारी के अनुसार कोरबा सिटी कोतवाली क्षेत्रांतर्गत चिमनीभ_ा बस्ती में रघुवीर गुप्ता उम्र 60 वर्ष पिता रामजी गुप्ता काफी दिनों से अकेले रह रहा था। अचानक उसकी हालत विगत 19 जनवरी को अनियमितता के कारण काफी बिगड़ गई, तो उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में 112 डॉयल स्टाफ द्वारा उसके मित्रों के सहयोग से भर्ती कराया गया था। यहां विगत 27 जनवरी को रात्रि 9.50 बजे के लगभग उसकी मृत्यु हो गई। उसी दिन से अस्पताल चौकी पुलिस उसके परिजनों के खोजबीन में लगी हुई थी मगर उपरोक्त नाम व पते के व्यक्ति के शव को कोई ले जाने के लिए तैयार नहीं था जिसके कारण तात्कालिक सूचना के आधार पर उपरोक्त नाम-पते को अपने रिकार्ड में दर्ज कर अस्पताल चौकी प्रभारी प्रधान आरक्षक दाउद कुजूर एवं आरक्षक मोहन सिंह राजपूत ने लाश को परिजनों के शिनाख्त व ले जाने के इंतजार में मच्र्यूरी में रखवा दिया था। लगातार 10 दिनों से अस्पताल चौकी पुलिस द्वारा उसकी लाश ले जाने के लिए उसके परिजनों की तलाश किया जा रहा था लेकिन जब कोई नहीं वारिश मिला तो आज उसका अस्पताल चौकी पुलिस द्वारा निगम के स्वच्छता विभाग के माध्यम से अंतिम संस्कार स्वरूप कफन-दफन कराए जाने की व्यवस्था कर ली गई थी। इसी बीच सुबह 10.30 बजे के लगभग अस्पताल चौकी के प्रभारी श्री कुजूर और मोहन सिंह को फोन द्वारा पाली थाना क्षेत्र से सूचना दी गई कि पाली थाने के कांजीपानी से उसकी लाश को ले जाने के लिए उसके परिजन यहां पहुंच रहे हैं। जिसके बाद चौकी पुलिस अमले ने राहत की सांस ली।