जांजगीर चांपा। पामगढ़ विधायक शेषराज हरवंश ने राज्य में मजदूरों के पलायन के साथ अपने विधानसभा क्षेत्र पामगढ़ से मजदूरों के पलायन के मामले को विधानसभा में जोर शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि मजदूर अपनी इच्छा से गांव नहीं छोड़ते सबकी मजबूरियां होती हैं। स्थानीय स्तर में रोजगार की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग अपना घर परिवार छोडक़र बाहर जाने को मजबूर हो जाते हैं। बजट के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इस बजट में मजदूरों को संरक्षण देने संवर्धन देने और काम का अवसर देने का कोई प्रावधान नहीं है। जबकि पलायन के इस संवेदनशील विषय पर हम सब को गंभीरता से विचार करना चाहिए। प्रतिवर्ष प्रदेश के मजदूर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद, लखनऊ, कानपुर, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गोवा, लेह, लद्दाख एवं कश्मीर तक पलायन कर जाते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत ही दु:ख का विषय है कि जिले के अंतर्गत पामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भी बहुतायत मात्रा में लोग पलायन करने पर मजबूर हैं। हमारे प्रदेश के बाहर मजदूरों का कितना आर्थिक सामाजिक एवं शारीरिक शोषण होता है यह सब जानकर वे सिहर जाती हैं। उन्होंने अनुरोध किया कि क्या इस बजट में हम ऐसा प्रावधान नहीं कर सकते थे जिसमें मजदूरों को काम की गारंटी मिल सके। क्या पलायन करने वालों के लिस्ट हम प्रशासन से मिलकर नहीं बनवा सकते। क्या हमारे मजदूर इसी तरह से पलायन करने के लिए मजबूर एवं लाचार रहेंगे। बाहर जाकर मजदूर कई प्रकार की मुसीबत में फंस जाते हैं, ढंग से उनका इलाज भी नहीं हो पाता, पीड़ा होती है यह सब जानकर । विधायक शेषराज हरबंश ने अनुरोध किया कि पलायन से संबंधित समस्या का विस्तृत निराकरण करने की दिशा