
इंफाल, १७ नवंबर ।
मणिपुर सरकार ने केंद्र से राज्य के छह पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों से एएफएसपीए की समीक्षा करने और उसे हटाने का अनुरोध किया है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। केंद्र ने हिंसा प्रभावित जिरीबाम सहित मणिपुर के छह पुलिस थाना क्षेत्रों में सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम को फिर से लागू कर दिया है। मणिपुर के मौजूदा हालात को देखते हुए इम्फाल पश्चिम और इम्फाल पूर्व में कर्फ्यू लगा दिया गया है। राज्य में छह लोगों की हत्या के खिलाफ घाटी के जिलों में ताजा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है, जिनके शव जिरीबाम में कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद बरामद किए गए थे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने दो मंत्रियों और तीन विधायकों के आवासों पर भी धावा बोला। केंद्र को संयुक्त सचिव (गृह) के एक पत्र में उल्लेख किया गया है कि राज्य मंत्रिमंडल ने 15 नवंबर को हुई अपनी बैठक में इस (अफ्सपा को फिर से लागू करने) पर विचार-विमर्श किया है और केंद्र सरकार को इसकी समीक्षा करने और इसे वापस लेने की सिफारिश करने का निर्णय लिया है। राज्य के छह पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों को एएफएसपीए 1958 की धारा 3 के तहत अशांत क्षेत्र घोषित करने की बात कही गई है।
इसमें कहा गया, अनुरोध है कि जनहित में 14-11-2024 की अधिसूचना की समीक्षा करें और इसे वापस लें। गृह मंत्रालय ने 14 नवंबर को इंफाल पश्चिम जिले में सेकमाई पीएस और लामसांग पीएस, इंफाल पूर्व में लामलाई, बिष्णुपुर में मोइरांग, कांगपोकपी में लीमाखोंग और जिरीबाम जिले में जिरीबाम के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में एएफएसपीए को फिर से लागू कर दिया था। एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मणिपुर सरकार ने केंद्र से राज्य के छह पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों से एएफएसपीए की समीक्षा करने और उसे हटाने का अनुरोध किया है।