नईदिल्ली, २९ जुलाई [एजेंसी]। मणिपुर में हिंसा की छिटपुट घटनाएं अभी भी देखने को मिल रही है। बीते 3 मई से कहीं आग लगाई जा रही तो कहीं गोलियां बरसाई जा रही। इसको लेकर सड़क से संसद तक बवाल मचा है और विपक्ष भी सरकार के खिलाफ लामबंद है। इस बीच आज विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलांयस) के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर का दौरा करने निकला है। ये सांसद हिंसाग्रस्त क्षेत्रों और राहत शिविरों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा लेंगे।मणिपुर वीडियो मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है। दो महिलाओं को नग्न कर परेड निकालने का है मामला। मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने चुराचांदपुर में राहत केंद्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि लोग पूछ रहे हैं कि राज्य में शांति कब बहाल होगी, मैं लगातार कोशिश कर रही हूं कि शांति बहाल करने के लिए दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे से बात करें। राज्यपाल ने विपक्षी सांसदों की राज्य की दो दिवसीय यात्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इसमें मदद करने में योगदान देना चाहिए। विपक्षी गठबंधन इंडिया के प्रतिनिधि आज मणिपुर दौरे के लिए दिल्ली से रवाना हो गए हैं। 21 सांसदों की ये टीम 12 बजे के करीब इंफाल पहुंचेंगी। विपक्षी नेता मणिपुर दौरे के पहले दिन के बाद एक प्रेस कॉन्फेंस भी कर सकते हैं। सभी सांसद दौरे के बाद सरकार को रिपोर्ट भी देंगे। विपक्षी दलों के सांसद मणिपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों का भी दौरा करेंगे। सांसद राहत शिविरों में रह रहे लोगों का हाल भी जानेंगे। विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल रविवार सुबह मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करेगा। नेता स्थिति का आकलन करने के लिए दो राहत शिविरों का भी दौरा करेंगे। विपक्षी सांसदों की टीम ने ताजा हिंसा वाली जगह चूड़ाचांदपुर का दौरा करने के लिए राज्य सरकार से स्थानीय स्तर पर हेलीकॉप्टरों के इस्तेमाल की मांग की है। पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन के सांसदों का दिखावा है जो मणिपुर गए हैं।