कोरिया। कोरिया जिले के पटना तहसील के ग्राम हतबन्ध की रहने वाली श्रीमती धनमत बाई का जीवन हमेशा से संघर्षों से भरा रहा। परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि दिनभर मजदूरी और बाजार में सरई पान बेचने के बाद भी घर चलाना मुश्किल था। कभी बच्चों के लिए खिलौने खरीदने की इच्छा अधूरी रह जाती, तो कभी सब्जी, राशन सामग्री खरीदने में परेशानी होती। धनमत बाई के चेहरे पर संघर्ष की लकीरें साफ झलकती है, लेकिन उनकी आत्मशक्ति कभी कमजोर नहीं पड़ी। वे जानती थीं कि उम्मीद का एक दीपक पूरे अंधकार को मिटा सकता है। ऐसे समय में महतारी वन्दन योजना उनके लिए वरदान बनकर आई। धनमत बाई को इस योजना के तहत हर महीने आर्थिक सहायता मिलने लगी। इस राशि ने उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव लाया। उन्होंने कहा, यह मदद मेरे परिवार के लिए काफी लाभप्रद होने लगा है। अब मैं अपने नाती-पोतों को खिलौने खरीदकर उनकी खुशियां देख सकती हूं और घर का खर्च भी चला सकती हूं। अब धनमत बाई का आर्थिक स्थिति पहले से कुछ बेहतर हुआ है। उनके नाती-पोते खिलौनों के साथ खेलते हैं और घर में पहले की तुलना में ज्यादा खुशियां हैं। यह बदलाव केवल एक योजना का परिणाम नहीं, बल्कि सरकार के गरीबों के जीवन में बदलाव लाने की सोच का प्रमाण है। श्रीमती धनमत बाई, विष्णुदेव साय सरकार को दिल से धन्यवाद देती हैं। उन्होंने कहा, ष्इस योजना ने हमें न केवल आर्थिक मदद दी, बल्कि हमारे आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है। महतारी वन्दन योजना ने साबित कर दिया कि सही समय पर सही मदद किसी के जीवन को पूरी तरह बदल सकती है।