एटा, 0८ अगस्त । पिता की पेंशन पाने के लिए एक बेटी ने कागजों में पिता-पुत्री के संबंधों को ही बदल दिया। वह अपने पिता की पत्नी बनकर दस वर्ष तक मां के नाम पर पेंशन लेती रही। इस बीच पति से तलाक हो गया और पति की शिकायत पर उसकी पोल खुल गई। महिला को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि फर्जी रूप से पेंशन लेने पर सरकारी मशीनरी पर भी सवाल उठ रहे हैं। विजारतउल्ला खां लेखपाल पद से सेवानिवृत्त हुए थे। दो जनवरी 2013 को उनकी मृत्यु हो गई। उनकी पत्नी साबिया बेगम की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी। मृतक लेखपाल की बेटी मोहसिना परवेज ने पेंशन के लिए मां का नाम और अपना फोटो लगाकर आवेदन कर दिया। लेखपाल और बीट सिपाही ने बिना सत्यता जाने रिपोर्ट लगा दी। यह जांच रिपोर्ट कोषागार में पहुंची।कोषागार में सत्यापन के दौरान मोहसिना, साबिया बेगम बनकर खुद पेश हो गई। सत्यापन के बाद उसकी पेंशन शुरू हो गई। 2013 से महिला 10 हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन लेती रही। मोहसिना का पति फारुख अली से विवाद होने के बाद पति ने अलीगंज एसडीएम से मामले की शिकायत की। जांच कराई गई तो पूरा मामला खुल गया। रविवार रात राजस्व निरीक्षक राजकपूर ने महिला के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सोमवार सुबह पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया। एडीएम प्रशासन आलोक कुमार ने बताया कि आरोपित महिला को जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है।