गिरावट के अंतर को कम करने के बीच नई चुनौती
कोरबा। पिछली रात करीब दो बजे एसईसीएल की गेवरा खदान में दो बड़े हादसे हुए। आगजनी और बोल्डर गिरने की इन घटनाओं के कारण खनन संबंधी गतिरोध उत्पन्न हुआ। जिसके कारण प्रोडक्शन पूरी तरह ठप हो गया है।
जानकारी में बताया गया कि कामस्तु कंपनी के डोजर (क्रमांक 909) में अचानक आग लग गई। घटना उस वक्त की है जब चालक श्री राम डंपिंग में कार्यरत थे। आग लगने पर ऑपरेटर ने सूझबूझ दिखाते हुए डोजर से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने जल्द ही आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक डोजर जलकर पूरी तरह खाक हो चुका था। हादसे की सूचना मिलते ही अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
गेवरा खदान के आमगांव फेस में हुई एक अन्य घटना में 42 क्यूबिक मीटर शावेल मशीन के केबल पर अचानक एक बड़ा बोल्डर गिर गया। इससे केबल ब्लास्ट हो गया और खदान में चल रहे प्रोडक्शन को तुरंत रोकना पड़ा। इस हादसे से खदान में उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया है। प्रोडक्शन ठप होने से मैनेजमेंट को काफी नुकसान होना बताया जा रहा है। बारिश के थमने के बाद एसईसीएल प्रबंधन उत्पादन में आई गिरावट को संतुलित करने के प्रयास में जुटा हुआ है। इसके लिए कई प्रकार की कोशिश की गई थी। बड़े लक्ष्य को सामने रखा गया था ताकि पूर्व नुकसान की भरपाई हो सके। इन सबके बीच यहां हुए हादसे ने कोल इंडिया और विश्व की सबसे बड़ी खदान के सामने चुनौतियां पैदा कर दी है। जब तक उत्पादन में आई बाधाओं को दूर नहीं कर लिया जाता, चिंता बरकरार रहेगी और उत्पादनगत नुकसान बढ़ता रहेगा।