लखनऊ, ३० जुलाई ।
समाजवादी पार्टी द्वारा यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को बनाए जाने से बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती नाराज हो गई हैं। बहनजी, इस बात से खुश नहीं हैं कि पीडीए की बात करने वाले सपा प्रमुख अखिलेश यादव अगड़ों की राजनीति कर रहे हैं। मायावती ने अखिलेश के फैसले को लेकर आपत्ति जताते हुए उन पर पीडीए को गुमराह करने का आरोप लगायाहै। मायावती ने कहा कि सपा में एक जाति विशेष को छोडक़र बाकी पीडीए केलिए कोई जगह नहीं। मायावती ने आज सोमवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ’सपा मुखिया नेलोकसभा आम चुनाव में खासकर संविधान बचाने की आड़ में यहां पीडीए को गुमराहकरके उनका वोट तो जरूर ले लिया, लेकिन यूपी विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता बनानेमें जो इनकी उपेक्षा की गई यह भी सोचने की बात है, जबकि सपा में एक जातिविशेष को छोडक़र बाकी पीडीए के लिए कोई जगह नहीं है। ब्राह्मण समाज कीतो कतई नहीं क्योंकि सपा व भाजपा सरकार में जो इनका उत्पीडऩ व उपेक्षा हुई हैवह किसी से छिपा नहीं। वास्तव में इनका विकास एवं उत्थान केवल बीएसपी सरकार में हीहुआ।
अत: ये लोग जरूर सावधान रहें।’ गौरतलब हो, अखिलेश यादव ने माता प्रसाद पांडेय को यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष घोषित किया है। अखिलेश ने पूर्वांचल से आने वाले ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगा यूपी विधानसभा उपचुनाव में समीकरण साधने की कोशिश की है। वह सात बार के विधायक हैं। साथ ही विधानसभाअध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। वह वर्तमान में सिद्धार्थनगर की इटवा विधानसभासीट से विधायक हैं।
माता प्रसाद अखिलेश यादव के काफी करीबी नेता माने जाते हैं।