
लखनऊ, २४ अगस्त । एक दशक पहले लोकसभा चुनाव के मैदान में अकेले उतरने पर शून्य पर सिमटने वाली बसपा 2024 में कोई कोर-कसर नहीं छोडऩा चाहती है। बसपा प्रमुख मायावती ने एक बार फिर अकेले चुनाव लडऩे के निर्णय के साथ ही पदाधिकारियों को पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए तमाम निर्देश दिए हैं। उन्होंने चुनाव के मद्देनजर संगठन में एक बार फिर फेरबदल करते हुए नए सिरे से मंडल और जिला प्रभारी बनाए हैं। लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर लगभग डेढ़ घंटे चली बैठक में मायावती ने पदाधिकारियों का आह्वान किया कि वे तन-मन-धन से आम चुनाव में जुट जाएं। निर्देश दिया कि पार्टी के उम्मीदवार तय करने में पूरी सावधानी बरती जाए। कहा, छोटी-छोटी बैठकों के आधार पर गांव-गांव में संगठन को मजबूत कर जनाधार बढ़ाने की कोशिश करें। सूत्रों के अनुसार बसपा प्रमुख ने हिदायत दी कि प्रत्येक सेक्टर में कैडर की बैठकें बंद कमरे में ही हों। बैठक में सेक्टर के सभी बूथों के पदाधिकारियों के साथ 100 से ज्यादा लोग रहें। मायावती ने संगठन में फेरबदल का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य होने के नाते प्रदेश में लगातार राजनीतिक हालात बदलते रहते हैं इसलिए बेहतर नतीजों के लिए संगठन में भी बदलाव की जरूरत पड़ती रहती है। उन्होंने पदाधिकारियों को समझाया कि कोई भी अपनी जिम्मेदारी कम न समझे, पार्टी हित में पूरी निष्ठा के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाते रहें।