जांजगीर-चांपा। कस्टम मिलिंग के विरोध में इस बार मिलर्स का बारदाना उपार्जन केंद्रों तक नहीं पहुंच पाया है। नए बारदानों के साथ पीडीएस का बारदाना उपार्जन केंद्रों तक पहुंचा है। इसी में खरीदी हो रही है। इसमें पीडीएस के कई बारदाने इतने कटे-फटे और पुराने निकल रहे हैं कि उसमें धान पलटी करने के दौरान ही किसानों का धान गिर रहा है। धान न गिर इसके लिए फटे स्थानों पर पैरा भर कर काम चलाया जा रहा है। अब जिले में धान खरीदी ने रफ्तार पकडऩी शुरू कर दी है। जिले के 129 उपार्जन केंद्रों में से 92 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी की शुरूआत हो चुकी है। इधर दिसंबर माह के शुरूआती हफ्ते के लिए टोकन कटना जारी है। जिससे पहले हफ्ते तक ही सभी 129 केंद्रों में धान की आवक हो जाएगी। इसके बाद जिले में बफर आवक होने लगेगी। इस स्थिति में मिलर्स का बारदाना नहीं मिला तो खरीदी में समस्या शुरू हो सकती है। हालांकि अफसरों का कहना है कि शनिवार से उपार्जन केंदों में मिलर्स से
बारदाना मिलना शुरू हो गया है। मार्कफेड के अनुसार उपार्जन केंद्रों के लिए करीब 12 लाख मिलर्स का
बारदाना जारी किया जा चुका है। ऐसे में बारदाने की समस्या नहीं होगी। बता दें, धान खरीदी में 50 फीसदी नया और 50 फीसदी पुराना बारदान उपयोग होता है। पुराना बारदाना पीडीएस का रहता है।