
औरैया। एंटी करप्शन टीम ने राइस मिल में बिजली कनेक्शन कराने के एवज में 15 हजार रुपये घूस लेते बिजली विभाग के सहायक अभियंता को गिरफ्तार किया है। आरोपी को रंगे हाथ पकडऩे के लिए जिला दिव्यांगजन अधिकारी राइस मिल के मुनीम बने थे तो एंटी करप्शन टीम के सदस्य मजदूर के भेष में राइस मिल में मौजूद थे। टीम में शामिल निरीक्षक ने सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा आरोपी को पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद टीम के सदस्य कानपुर चले गए। बेला के गांव कैथावा निवासी तिलक सिंह ने गांव में महादेव एग्रो फूड्स राइस मिल का निर्माण कराया है। मिल में बिजली कनेक्शन के लिए तिलक सिंह ने विद्युत उपखंड दिबियापुर में एक माह पहले आवेदन किया था। उसके एक सप्ताह बाद बिजली विभाग के सहायक अभियंता संजीव शर्मा पुत्र नरेंद्र कुमार शर्मा निवासी नौबस्ता कानपुर उनके पास पहुंचे और मीटर लगाकर कनेक्शन करने के नाम पर 15 हजार रुपये रिश्वत मांगी। तिलक सिंह ने कानपुर स्थित एंटी करप्शन थाने में शिकायत की। मंगलवार को सहायक अभियंता ने आने की बात कही थी, लेकिन उसके कानपुर जाने से एंटी करप्शन की टीम को वापस जाना पड़ा।
उसने बुधवार को राइस मिल में पहुंचने की बात कही। एंटी करप्शन टीम बुधवार को दोबारा राइस मिल पहुंची। टीम का नेतृत्व कर रहे निरीक्षक चतुर सिंह, निरीक्षक मृत्युंजय मिश्रा, सशुल पारासर, आरक्षी अभिषेक, प्रशांत रवि कुमार, शिवम, धनेंद्र, सतेंद्र व सुरजीत सिर में गमछा बांध कर मजदूर के रूप में वहां काम करने लगे। जिला प्रशासन की ओर से आए जिला दिव्यांगजन अधिकारी आशुतोष वहां मुनीम के रूप में तिलक के साथ घूमने लगे। इसी बीच सहायक अभियंता वहां पहुंचा और मिल मालिक से रुपये मांगे। मिल मालिक के रुपये देते ही एंटी करप्शन टीम ने उसे धर दबोचा। उसके बाद उसे गाड़ी में बैठाकर सदर कोतवाली ले गए।
टीम के निरीक्षक चतुर सिंह की तहरीर पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। निरीक्षक मृत्युंजय मिश्रा ने बताया कि सहायक अभियंता को पुलिस को सौंप दिया है। कोतवाली पुलिस गुरुवार को उसे एंटी करप्शन कोर्ट लखनऊ में पेश करेगी।