वाशिंगटन, २५ जनवरी ।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई हमले का दोषी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। कोर्ट ने मामले में उसकी दोषसिद्धि के खिलाफ समीक्षा याचिका खारिज कर दी है। भारत कई साल से पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था। राणा 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में दोषी है। आतंकी राणा के पास भारत प्रत्यर्पित न किए जाने का यह आखिरी कानूनी मौका था। इससे पहले, वह सैन फ्रांसिस्को में उत्तरी सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय सहित कई संघीय अदालतों में कानूनी लड़ाई हार चुका था।
13 नवंबर को राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में प्रमाणपत्र के लिए याचिका दायर की थी। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद 21 जनवरी को शीर्ष अदालत ने इसे अस्वीकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका स्वीकार करने योग्य नहीं है। राणा फिलहाल लॉस एंजिल्स के मेट्रोपोलिटन डिटेंशन सेंटर में हिरासत में है। तहव्वुर राणा 26/11 मुंबई आतंकी हमले का भी गुनहगार है। अमेरिका की अदालत ने अब प्रत्यर्पण पर मुहर लगा दी है। एफबीआई ने साल 2009 में राणा को शिकागो से दबोचा था। पाकिस्तानी मूल के कनाडाई कारोबारी तहव्वुर राणा अब जल्द भारत लाया जाएगा। रिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम के अनुसार, राणा को भारत लाया जाएगा और यहां केस चलाया जाएगा।
देखना यही है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (हृढ्ढ्र) दिल्ली में केस चलती है या मुंबई में। राणा को भारत में सजा मिलती है, तो आतंकवाद के मोर्चे पर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब होगा।