
कोरबा। एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर में 60वीं कम्पनी स्तरीय द्विपक्षीय खान सुरक्षा समिति की बैठक निदेशक तकनीकी (संचालन) एस.एन. कापरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री फ्रैंकलिन जयकुमार, महाप्रबंधक (खान सुरक्षा/बचाव) श्री जीपी शर्मा, सुरक्षा समिति के सदस्य सर्वश्री आनंद मिश्रा (एचएमएस), बी. धर्माराव (एटक), संजय सिंह (बीएमएस), कमलेश शर्मा (एसईकेएमसी), इन्द्रदेव चौहान (सीटू), पी. चन्द्रकान्त (सीएमओएआई), एसईसीएल के सभी संचालन क्षेत्रों के क्षेत्रीय महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी एवं मुख्यालय के विभिन्न विभागाध्यक्षों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।बैठक का शुभारंभ सुरक्षा दीप प्रज्जवलन से शुरू हुआ उपरांत पिछली बैठक से लेकर इस बैठक के दरमियान कोयला उत्पादन में लगे उन श्रमवीरों जिन्होंने वीरगति को प्राप्त किया उन्हें दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। बैठक में कोलइण्डिया कारपोरेट गीत बजाया गया पश्चात समस्त उपस्थितों द्वारा सुरक्षा शपथ लिया गया। बैठक में सभी आगन्तुकों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। स्वागत सम्बोधन श्री जीपी शर्मा महाप्रबंधक (खान सुरक्षा/बचाव) ने देते हुए सुरक्षा के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध कराई। बैठक में पावरप्वाईंट के माध्यम से सुरक्षा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।खदानों में नयी तकनीक पर जोर:- एसईसीएल प्रबंधन ने जानकारी दी कि भूमिगत खदानों में कामगार साथियों के आवावगमन की सुविधा के लिए मैन रायडिंग सिस्टम की व्यवस्था को बढ़ावा दिया जा रहा है। एसईसीएल के खैरहा, विंध्या खदानों में 3 नए मैन रायडिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं, वहीं 4 अन्य की निविदा हो गयी है व अतिरिक्त 2 अनुमोदन के स्तर पर हैं। मैन रायडिंग सिस्टम में कामगार साथी पैदल चलने के बजाए मैकेनाईज्ड परिवहन व्यवस्था से खदान के फेस के समीप तक पहुँच जाते हैं इससे उत्पादकता में बढ़ोत्तरी आती है।कंपनी के द्वारा सुरक्षा जागरूकता की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के नतीजन वर्ष 2023-24 में गंभीर दुर्घटनाओं की संख्या में 54त्न से अधिक की कमी आई है वहीं जानलेवा दुर्घटनाओं में 25त्न की कमी आई है।खुली खदानों में रात्रि पाली में आवागमन कर रहे वाहनों के ऊपर रिफ्लेक्टर लगाया गया है, वहीं दिन में लाईट मोटर व्हीकल के ऊपर लाल रंग का गश्त झंडा लगाया जा रहा है। गेवरा, दीपका जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स में खदानों के अंदर हल्की गाडिय़ों के संचालन के लिए अलग लेन बनाया गया है जिससे भारी मशीनें निर्बाध रूप से आवागमन कर सकें।
बैठक में सुरक्षा समिति के सदस्यों ने सीएमडी डा. प्रेम सागर मिश्रा के द्वारा आरंभ किए गए मिशन सुदेश पर चर्चा करते हुए इसे बेहद उपयोगी बताया।



























