कोरबा। वनमंडल कटघोरा में हाथियों का उत्पात चाहकर भी नहीं थम सका है। यहां के केंदई रेंज के कोरबी सर्किल में एक वृद्ध को मौत के घाट उतारने के बाद खतरनाक दंतैल अब एतमानगर रेंज के मड़ई क्षेत्र में पहुंच गया है। जबकि 43 हाथी अभी भी कोरबी सर्किल में सक्रिय हैं। समस्या को देेखते हुए अब वनविभाग थर्मल ड्रोन कैमरे से निगरानी करने के मूड में है। इससे पहले प्रभावित क्षेत्र का दौरा आज वन संरक्षक व एक्सपर्ट करेंगे।
हाथियों के दल ने बीती रात कोरबी पुलिस चौकी के निकट खेतों में पहुंचकर भारी उत्पात मचाया और वहां गए धान की फसल को बुरी तरह रौंदने के साथ तहस-नहस कर दिया जिससे ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। पुलिस चौकी के समीप बड़ी संख्या में हाथियों के पहुंचने तथा फसल चौपट किये जाने की सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला रात में मौके पर पहुंचा और हाथियों को खदेडऩे की कार्रवाई की। वन अमला द्वारा खदेड़े जाने पर हाथियों ने जंगल का रूख किया। इस बीच क्षेत्र में हाथियों के उत्पात बढऩे तथा एक दंतैल के हिंसक होने जाने की खबर ने वन विभाग के अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है। हाथियों के उत्पात को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार कई तरह का जतन किया जा रहा है लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल पा रही है। हाथियों का उत्पात घटने के बजाय और भी बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए डीएफओ कुमार निशांत ने 20 सदस्यीय दल गठित किया है। इस दल में वन विभाग के मैदानी अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा हाथी मित्र दल के सदस्यों को शामिल किया गया है। नवगठित वन विभाग का दल चौबीसों घंटे खतरनाक दंतैल के अलावा क्षेत्र में मौजूद हाथियेां की निगरान करेगा और उसकी हर गतिविधियों र नजर रखते हुए अधिकारियों को अवगत करायेगा। हाथियों के गांव की ओर रूख करने पर दल तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन मे हाथियों को खदेडऩे की कार्यवाही करेगा।
वन विभाग ने दो थर्मल ड्रोन कैमरे लगाने का प्रस्ताव भी मुख्यालय को भेजा है जिसकी स्वीकृति मिलते ही जंगल में हाथियों की ट्रैकिंग इन कैमरों के जरिए की जाएगी। वर्तमान में कटघोरा वनमंडल के जंगलों में साधारण जोन कैमरे से हाथियों की निगरानी की जा रही है जो केवल दिन में ही ट्रैकिंग करता है जबकि रात में कैमरा काम करना बंद कर देता है जिससे हाथियों की ट्रैकिंग में मुश्किलें हो रही है। थर्मल ड्रोन कैमरे लगने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी और वह रात में भी लगातार हाथियों की ट्रैकिंग करता रहेगा। जिससे उत्पात तथा हाथी-मानव द्वंद को रोकने में मदद मिलेगा। इस बीच कटघोरा वनमंडल के केंदई, पसान व एतमानगर में सक्रिय दंतैल के हिंसक हो जाने तथा एक सप्ताह के भीतर तीन स्थानों पर हमला करचार ग्रामीणों को मौत के घाट उतारे जाने तथा दो को घायल किये जाने की जानकारी मिलने के बाद सीएफ वाइल्ड लाइफ श्री डेनिटी आज हाथी प्रभावित केंदई रेंज का दौरा करने वाले हैं। उनके दोपहर बाद यहां पहुंचने तथा हाथी प्रभावित गांव में जाने की संभावना है। उनके साथ दो ट्रैकिंग विशेषज्ञ भी आएंगे जो क्षेत्र में मौजूद हाथियेां की ट्रैकिंग कर उसके प्रवृत्ति की जानकारी हासिल करेंगे और रोकथाम के लिए उपराय वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को सुझाएंगे।