
नईदिल्ली, २२ सितम्बर ।
आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम में मिलावट की बात से हर कोई नाराज है। लड्डू में जानवरों की चर्बी मिले होने की बात पर हंगामा मचा है। इस बीच लड्डू विवाद पर आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर का बयान सामने आया है। हमने इतिहास की किताबों में पढ़ा है कि 1857 में सिपाही विद्रोह कैसे हुआ था और अब हम देखते हैं कि इस लड्डू से हिंदुओं की भावनाएं कितनी आहत हुई हैं। यह ऐसी चीज है जिसे माफ नहीं किया जा सकता। श्री श्री रविशंकर ने कहा कि जिसने भी यहा काम किया है, वो दुर्भावनापूर्ण है। इस मिलावट के कार्य में शामिल लोगों के लालच की पराकाष्ठा है। आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उनकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जानी चाहिए और जो भी इस प्रक्रिया में दूर-दूर तक शामिल है, उसे जेल में डाल दिया जाना चाहिए। आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि हमें सिर्फ लड्डू ही नहीं बल्कि हर खाद्य उत्पाद की जांच करने की जरूरत है। बाजार में उपलब्ध घी की भी। उन्होंने पूछा कि क्या कोई जांच कर रहा है कि कंपनियां घी में क्या डाल रही हैं। जो लोग भोजन में मिलावट करते हैं और उस पर शाकाहारी होने का ठप्पा लगाते हैं और उसमें किसी भी तरह का मांसाहारी पदार्थ डालते हैं, उन्हें बहुत कड़ी सजा मिलनी चाहिए।