0 लाए गए दोनों कोरबा
0 मध्यान्ह होगा खुलासा
कोरबा। मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल से दो दिन पूर्व चोरी गई 4 माह की मासूम को कोरबा सिविल लाइन थाना पुलिस ने साइबर सेल के साथ तालमेल बिठाकर उसका लोकेशन मिलते ही कोरबी चौकी क्षेत्रांतर्गत ग्राम लाद में आरोपी महिला के पास से बरामद कर लिया। मासूम को कुछ घंटे प्रारंभिक राहत के लिए पोड़ी उपरोड़ा सीएचसी स्वास्थ्य केंद्र में रखा गया। वहां से दोनों को आज कोरबा लाया गया। यहां मध्यान्ह पूरे मामले का उच्चाधिकारी खुलासा करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में कुरूडीह निवासी अंजू यादव के 4 माह की बच्ची की चोरी गुरुवार को हो गई थी। अंजू महिला वार्ड में भर्ती थी जहां पर उसके साथ यह बच्चा भी था। देखरेख के लिए अंजू की मां साकरिया यादव भी यहां पर थी। कुछ दिनों से एक महिला इनके संपर्क में थी जो समय-समय पर अपना लगाव दिखाने का प्रयास कर रही थी। घटना दिवस को एकाएक बच्चा यहां से पार हो गया। उसके नजर नहीं आने पर हलचल तेज हुई और यहां-वहां फिर तलाश की गई। अस्पताल प्रबंधन को सूचित करने पर जांच का काम शुरू किया गया। कोई नतीजे नहीं आने पर सिविल लाइन पुलिस को अवगत कराया गया। पुलिस टीम की मौजूदगी में अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए जिसमें एक महिला की गतिविधियों को संदिग्ध माना गया। परिजनों ने उसके बारे में सामान्य जानकारी उपलब्ध कराई जिसके बाद आगे की तलाश शुरू की गई।
खबर के मुताबिक कोरबी पुलिस चौकी क्षेत्रांतर्गत आने वाले गांव लाद की एक महिला के कब्जे से इस बच्चे को बरामद कर लिया गया। घटना के बाद से लापता बच्चा उसके कब्जे में था। जानकार सूत्रों ने बताया कि केवल पानी के भरोसे उसे रखा गया था। इस दौरान सूचनाओं के जरिए पुलिस की टीम मौके तक पहुंची और आरोपी को पकडऩे के साथ बच्चे को बरामद कर लिया। पूर्व में साइबर सेल में कार्य कर चुके सिविल लाइन थाने के टीआई के निर्देशन में पदस्थ एएसआई दुर्गेश राठौर तथा एएसआई राकेश गुप्ता व टीम ने मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई है। आज अपरान्ह इस मामले का खुलासा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था की जा रही पुख्ता
मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में सबकुछ बेहतर हो इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा रहा है। कई प्रकार के परिवर्तन करना सुनिश्चित किया गया है। प्रबंधन ने तय किया है कि अब मरीज के साथ केवल एक अटेंडेंट ही रह सकेगा। इस पर भी उसे पास लेना होगा। वहीं दोपहर 2 बजे के बाद बिना गेट पास के किसी की भी एंट्री अस्पताल परिसर में नहीं हो सकेगी।