नईदिल्ली, 0९ नवंबर। एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर छात्रों व उनके स्वजन से ठगी करने वाले एक आरोपित को बाराखंभा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ बाराखंभा थाने में ठगी के चार मामले दर्ज हैं। यूपीएससी में असफल होने पर उसने एमबीबीएस में दाखिला दिलाने का रैकेट शुरू कर दिया था। 2019 के मामले में कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। डीसीपी प्रणव तायल के मुताबिक गिरफ्तार किए गए ठग का नाम राजीव कुमार है। वह ग्रेटर नोएडा, जीटीबी नगर, गौर सिटी में छिपकर रह रहा था। यहां से उसे गिरफ्तार किया गया है। मूलत: जिला हरिपुर समस्तीपुर बिहार का रहने वाला है। उसके पिता केंद्रीय विद्यालय में थे, इसलिए उसकी प्राथमिक शिक्षा अरुणाचल प्रदेश में हुई। पटना सरकारी कालेज से उसने स्नातक किया है। चैन्नई की विनायक मिशन यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल की है। 2011 में सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुआ था, लेकिन सफल नहीं हो सका। इसके बाद वह दिल्ली आ गया। कुछ दिन प्राइवेट नौकरी करने के बाद उसने 812बी इंद्रप्रकाश बिल्डिंग बाराखंभा रोड में कंसल्टेंसी फर्म मेसर्स आरके एजुटेक प्रालि नाम से शुरू की। देशभर में एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर छात्रों को ठगना शुरू कर दिया। इसके बाद 2018 में अपना आफिस इंद्रप्रकाश बिल्डिंग में नौवें फ्लोर पर शिफ्ट कर लिया। फर्म का नाम बदलकर एजुकेशन वर्ल्ड वाइड रख लिया।फिर एक बार ठगी का धंधा शुरू किया। उसने एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा में अससफल रहे अभ्यर्थियों का डेटा बाजार से निकाला था। कंपनी के टेलीकालर्स के जरिये वो उनसे संपर्क करता था। बाराखंभा थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक 2015 में निखिल यादव से प्रवेश के नाम पर ढाई लाख की ठगी की। कई बार पैसे मांगने पर नहीं लौटाए। वसंत कुंज दक्षिणी दिल्ली के रहने वाले अटोकी जिमोमी से एमबीबीएस में प्रवेश के नाम पर 25 लाख ठग लिए।इसमें सिद्दीकी आजम अकबर नाम का युवक भी शामिल था। प्रजापत नगर दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के डॅा.बी विंसेंट विनय कुमार से 6.75 लाख की ठगी की। और उनके मूल दस्तावेज भी रख लिए। इसमें भी सिद्दीकी आजम शामिल था।उसे पकडऩे के लिए एसएचओ बाराखंभा रोड के देखरेख में एसआइ महावीर जोगी के नेतृत्व में एसआइ नीतू शेखावत, एचसी संदीप मावी, कांस्टेबल साहिल, सीटी अमित कुमार (सीडीआर अनुभाग) टीम का गठन किया गया। आरोपित की लोकेशन बंगलुरू और महाराष्ट्र में दिखाई रही थी। लेकिन, जानकारी कर उसे ग्रेटर नोएडा से दबोच लिया गया। कोर्ट के सामने पेश कर उसे रिमांड पर भेज दिया गया है।