नईदिल्ली, १३ अगस्त
राजस्थान में तीन दिन से हो रही भारी बारिश कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। सवाईमाधोपुर जिले में बांध टूटने से आसपास के गांवों में पानी भर गया। राज्य में वर्षाजनित हादसों में दो दिन में 22 लोगों की मौत हुई है। बारिश के कारण देश के कई अन्य हिस्सों में जनजीवन बुरी तरह बाधित रहा। भारी वर्षा के कारण राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में जलभराव और ट्रैफिक जाम हो गया। इससे सटे गुरुग्राम में भी जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को भारी बारिश से प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और राहत पहुंचाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।भारी बारिश के कारण सोमवार को जयपुर समेत प्रदेश के सात जिलों के स्कूलों में अवकाश रहा। मंगलवार को भी दौसा, करौली व सवाईमाधोपुर जिलों में अवकाश रहेगा। जयपुर-कोटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोंक में दो फीट तक पानी भरने से यातायात संचालन में व्यवधान उत्पन्न हुआ है।करौली जिले के कई इलाकों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए है। सपोटरा में तहसील कार्यालय व पुलिस क्वाटर्र में पानी भर गया। हिंडौन सिटी में बाढ़ के हालात उत्पन्न होने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। यहां घरों में पानी भर गया। पानी के तेज बहाव के कारण सवाईमाधोपुर जिले के हिंदूपुरा बांध की पाल सोमवार को टूट गई, जिससे आसपास के गांवों में पानी भर गया। डेढ़ दर्जन गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है।दौसा जिले के लालसोट में बाढ़ के हालात हैं।
दौसा-गंगापुर रेलवे लाइन परियोजना में छिडवाना गांव के पास मिट्टी ढहकर रेलवे ट्रैक पर आ गई, जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ है। जयपुर के गलता कुंड में नहाने गए दो युवकों की डूबने से मौत हो गई।जयपुर जिले की बांडी नदी उफान पर है। शहर के गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पानी में डूब गया है। जयपुर हवाई अड्डा परिसर व सवाई मान सिंह अस्पताल परिसर में पानी भर गया। उप्र में वाराणसी में गंगा का जलस्तर बीते 26 घंटे में लगभग आधा मीटर पानी कम हो गया है, लेकिन बलिया में जलस्तर खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर है। मऊ, बलिया में सरयू का जलस्तर धीमी गति से बढ़ रहा है और खतरा बिंदु से ऊपर है।
वाराणसी में मणिकर्णिका की छत पर ही शवों का दाह संस्कार हो पा रहा है तो हरिश्चंद्र घाट पर गली के मुहाने पर एक या दो चिताएं ही एक साथ लग पा रही हैं। इससे लोगों को शवदाह के लिए घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ रही है।दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में जलभराव का आईटी एवं टेलीकॉम सेक्टर पर व्यापक असर दिख रहा है। सोमवार को भारी वर्षा की आशंका से 50 प्रतिशत कम कर्मचारी पहुंचे। रविवार को केवल 25 प्रतिशत ही कर्मचारी पहुंचे थे। शहर में जगह-जगह जलभराव है। कई औद्योगिक प्लांटों के भीतर भी पानी भर गया है।साइबर सिटी में आईटी, आईटी इनेबल्ड एवं टेलीकॉम सेक्टर की पांच हजार से अधिक कंपनियां हैं। लगातार वर्षा के कारण इनका स्टाफ भी नहीं पहुंचा।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को हिमाचल प्रदेश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले थे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि खराब मौसम के कारण उनका दौरा रद हो गया है। अनुमान है कि वर्षा के कारण प्रदेश में अब तक 1004.60 करोड़ का नुकसान हो चुका है।हिमाचल में दो दिनों से वर्षा के कारण 39 घरों व 15 गोशालाओं को नुकसान पहुंचा है। दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 199 सडक़ें बंद हैं। 143 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। चंबा जिले में सुबह स्कूल जा रहे बच्चे व उसकी चाची की पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से मौत हो गई। महिला ने पीठ पर तीन वर्षीय बेटे को लटका रखा था जिसे हल्की चोटें आई हैं।वर्षा के कारण बेंगलुरु में कई इलाकों में ट्रैफिक जाम और सडक़ें जलमग्न होने से दफ्तर जाने वालों और स्कूली बच्चों को खासी परेशानी हुई। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने वर्षा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। वह बेंगलुरु के प्रभारी भी हैं।