कोरबा। जिले में हाथियों का आतंक कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है बल्कि और भी बढ़ता जा रहा है। हाथी यहां कभी घर को तोड़ दे रहे हैं तो कभी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मवेशियों पर भी हाथियों द्वारा हमला किया जा रहा है जिससे पशुओं की या तो मौत हो जा रही है या घायल हो जा रहे हैं। हाथियों के आतंक से ग्रामीण बेहद परेशान हैं। उनके द्वारा हाथी समस्या के स्थाई समाधान की लगातार मांग की जा रही है लेकिन न तो वन विभाग कोई ठोस कदम उठा रहा है और न ही प्रशासन। जिससे परेशानी यथावत बनी हुई है। बीती रात जिले के कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज अंतर्गत बीजाडांड सर्किल के रानीअटारी गांव में सेमरहा क्षेत्र से अचानक धमके लोनर हाथी ने दशरथ नामक एक ग्रामीण के घर के पास बंधे मवेशियों पर हमला कर दिया जिससे जहां तीन मवेशियों की मौत हो गई वहीं दो अन्य घायल हो गए। घायल मवेशियों का उपचार जारी है। दंतैल ने दशरथ के आंगन में रखे अरहर को भी चट कर दिया। हाथी के आतंक से पीडि़त ग्रामीण ने वन विभाग को सूचना दी जिस पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी आज सुबह मौके पर पहुंचे और पंचनाम की कार्रवाई करने के बाद मृत मवेशियों का पोस्टमार्टम कराया और प्रकरण बनाकर मुआवजा स्वीकृति के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले कर दिया। लोनर के हमले में मृत मवेशियों में दो गाय व एक बैल शामिल है। लोनर द्वारा रानीअटारी में उत्पात मचाए जाने व इस दौरान मवेशियों को मौत के घाट उतार देने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक लोनर हाथी अभी भी बीजाडांड सर्किल के जंगल मे है। अत: रानीअटारी, बीजाडांड सहित आसपास के गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। उधर केंदई रेंज के लालपुर परिसर में 13 तथा कापानवापारा में 7 हाथी विचरण कर रहे हैं जबकि एतमानगर के मड़ई परिसर में भी 18 से अधिक हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है। केंदई रेंज के ढोढ़ाबहार में एक अन्य दल ने बस्ती में घुसकर दो ग्रामीणों के मकान को ढहा दिया।