
पिछले कई वर्षों राठिया समाज कर रहा मांग
कोरबा। अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए सुरक्षित कोरबा जिले की रामपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने एक बार फिर से पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर को मैदान में उतार दिया है। इसके साथ तमाम तरह की अटकले थम गई है। अब इन सब के बीच इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस से पूर्व विधायक के बजाय नए चेहरे के रूप में फूल सिंह राठिया को प्रत्याशी उतर जा सकता है। अगर इस निर्णय पर अंतिम रूप से मोहर लगती है तो यह निश्चित रूप से चौंकाने वाला होगा।
भाजपा ने रामपुर विधानसभा क्षेत्र से 12वीं बार ननकीराम कंवर को प्रत्याशी बना दिया है। हालांकि इस बार भी भाजपा की ओर से कई चेहरे ने अपनी ओर से जतन किए लेकिन तमाम तरह के नियम शर्तों के बाद हाई कमान ने अपनी ओर से व्यवस्था दी। ऐसे में यह हो गया है कि एक बार फिर से रामपुर में वरिष्ठ आदिवासी नेता और मध्य प्रदेश में छत्तीसगढ़ सरकार में अलग-अलग विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके ननकी राम कंवर भाजपा का चेहरा होंगे। उनके सामने कांग्रेस से कौन होगा यह अब तक घोषित नहीं हुआ है और इसे लेकर कोशिश जारी है। राजनीतिक क्षेत्र से मिल रही खबरों के मुताबिक टिकट के लिए कांग्रेस के कई नेता अलग-अलग स्तर पर प्रयत्नशील है लेकिन अंतिम रूप से निर्णय पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को करना है। क्षेत्र के पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर समेत कई पदाधिकारी के नाम दावेदारों में शामिल है। जानकार दावा कर रहे हैं कि काफी समय से कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय फूल सिंग की दावेदारी को काफी मजबूत माना जा रहा है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहता है तो इस बात की पूरी संभावना है कि फूल सिंह राठिया अबकी बार भाजपा के ननकी राम के सामने होंगे।
जातीय समीकरण का प्रभाव
रामपुर विधानसभा क्षेत्र के गठन के साथ से ही यह अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित रहा है। अब तक इसका यही स्वरूप कायम है। 2 लाख 14 हजार मतदाता इस विधानसभा क्षेत्र में शामिल है जिनमें अधिकांश आबादी आदिवासी समुदाय की है। इनमें कंवर और राठिया निर्णायक भूमिका में है। हर बार यही समीकरण यहां काम करता रहा है लेकिन विधायक केवल कवर के बीच से ही बनता रहा।