
इस्लामाबाद, १० अगस्त । पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सलाह पर बुधवार को नेशनल असेंबली को भंग कर दी। इसके साथ ही वर्तमान सरकार का कार्यकाल समाप्त हो गया और अगले आम चुनाव का मार्ग प्रशस्त हो गया।असेंबली भंग करने की अधिसूचना एवान-ए-सद्र द्वारा जारी की गई, जिसमें कहा गया कि नेशनल असेंबली को संविधान के अनुच्छेद 58 के तहत भंग किया गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ ने बुधवार रात को ही राष्ट्रपति अल्वी को पत्र लिखा और नेशनल असेंबली को उसके पांच साल के संवैधानिक कार्यकाल की समाप्ति से तीन दिन पहले भंग करने की मांग की। डान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने निवर्तमान प्रधानमंत्री शरीफ की सलाह पर आधी रात के बाद नेशनल असेंबली भंग करने का आदेश जारी कर दिया। बता दें कि शहबाज शरीफ 13 दलों की गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे थे और बुधवार को संसद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद विदाई भाषण में उन्होंने कहा कि 16 महीने का कार्यकाल मेरे जीवन की सबसे कठिन परीक्षा रहा।मुझे अपने 38 साल के लंबे राजनीतिक करियर में पहले कभी इतने कठिन दौर से गुजरना नहीं पड़ा, क्योंकि देश गंभीर आर्थिक संकट में फंसा था, तेल की कीमतें ऊंची बनी हुई थीं और राजनीतिक अराजकता की स्थिति थी। पूर्ववर्ती इमरान खान सरकार पर निशाना साधते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि उन्हें अपने 16 महीने के शासन के दौरान उसकी लापरवाही और विफलताओं का बोझ उठाना पड़ा।सनद रहे कि पिछले साल अप्रैल में क्रिकेटर से नेता बने 70 वर्षीय इमरान खान को अविश्वास मत के जरिए सत्ता से हटाया गया था। उनके बाद शहबाज शरीफ देश के नए प्रधानमंत्री बने। शहबाज शरीफ ने कहा,पिछली सरकार ने मित्र देशों के साथ पाकिस्तान के संबंधों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया।