कोरबा। दीपका इलाके में थाना चौक से दीपका चौक तक बन रहे ओव्हरब्रिज निर्माण के राह में कई रोड़े है। सबसे बड़ी समस्या वैकल्पिक मार्ग का नहीं होना है उपर से नगर पालिका से एनओसी नहीं मिलने के कारण ब्रिज का निर्माण कभी भी रुक सकता है। आम जनता को राहत देने के लिए बनाये जा रहे ओव्हरब्रिज का निर्माण कार्य रफ्तार पकड़ा पाएगा इसके लेकर कई तरह के बातें की जा रही है।
कोरबा के दीपकावासियों को अवागमन के लिए लंबे समय के बाद ओव्हरब्रिज की सुविधा मिलने जा रहे है। ब्रिज का निर्माण कार्य शुरु हुआ नहीं कि यह विवादों में घिर में गया है। एसईसीएल के द्वारा 20 करोड़ रुपयों की लागत से राईटस कंपनी को निर्माण का ठेका दिया गया है लेकिन नगर पालिका से एनओसी नहीं मिलने के कारण ब्रिज के निर्माण पर काले बादल मंडरा रहे है। ब्रिज का निर्माण कार्य शुरु भी हो गया तो वैकल्पिक मार्ग नहीं होने के कारण निर्माण कार्य के दौरान कंपनी और आम जनता दोनों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। गौरव पथ से सटाकर ब्रिज का निर्माण कार्य किया जाना है।
ऐसे में अगर भारी वाहनों को सडक़ के दूसरी ओर आने जाने की ईजाजत दे दी जाती है,तो छोटे वाहन और कॉलोनी वासियों को काफी दिक्कतें होगी और हादसों की संभावना कई गुना बढ़ा जाएगी। ऐसे में जब तक भारी वाहनों के परिचालन के लिए विकल्प नहीं निकाला जाता तब तक ओव्हरब्रिज के निर्माण कार्य को जोर नहीं देना चाहिए।