गुवाहाटी, 0४ सितम्बर। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन की ओर से की गयी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्रमुक नेता के बयान से अगर खुद को अलग नहीं करती है तो कांग्रेस को लेकर आम जनता की धारणा हिंदू विरोधी की होगी।उन्होंने कहा कि मैं तमिलनाडु के मंत्री के बयान की निंदा नहीं करना चाहता, क्योंकि उन्होंने खुद को बेनकाब कर दिया है। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि उदयनिधि स्टालिन का बयान कार्ति चिदंबरम और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान से मिल रहा है। उदयनिधि ने शनिवार को सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करते हुए कहा था कि इसका विरोध नहीं, बल्कि इसे पूरी तरह खत्म कर दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री सरमा ने सवाल करते हुए कहा कि क्या कांग्रेस द्रमुक के साथ गठबंधन में रहेगी और चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए एक परीक्षा है। उन्हें इस मामले में निर्णय लेना होगा कि क्या वह सनातन धर्म की सम्मान करते हैं या नहीं।मालूम हो कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य के युवा कल्याण और खेल मामलों के मंत्री उदयनिधि के बयान पर राजनीतिक हंगामा मच गया है। भाजपा ने उदयनिधि के बयान पर चौतरफा हमला बोला और इसे नफरती भाषण करार दिया। अमित शाह ने कहा कि आइएनडीआइए वोट बैंक की राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। सनातन धर्म पर ये जितना बोलेंगे, उतना ही कम होते जाएंगे। वहीं, सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने टिप्पणी को लेकर उदयनिधि के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने दावा किया है कि उदयनिधि ने भाषण में सनातन धर्म के खिलाफ उत्तेजक, भड़काऊ, अपमानजनक और उकसाने वाला बयान दिया था।