
पटना, 0६ अगस्त । राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ रोक लगाई है, उन्हें दोषमुक्त नहीं किया है। इससे उन्हें मिली तात्कालिक राहत पर लालू प्रसाद सबसे ज्यादा खुश होंगे और नीतीश कुमार सबसे ज्यादा दु:खी। कोर्ट के निर्णय के बाद राहुल ने सबसे पहले सिर्फ लालू से भेंट की और जदयू को दरकिनार रखा। उन्होंने कहा कि उत्साहित कांग्रेस अब राहुल को प्रधानमंत्री पद के अघोषित उम्मीदवार के रूप में खुलकर प्रोजेक्ट करेगी। कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव वाले गठबंधन में नीतीश कुमार, शरद पवार और ममता बनर्जी को ज्यादा तरजीह क्यों मिलेगी। बेंगलुरु बैठक में ही जब कांग्रेस ने नीतीश की उपेक्षा शुरू कर दी थी, तब मुंबई बैठक में विपक्षी गठबंधन का संयोजक पद ऐसे व्यक्ति को मिलना मुश्किल है, जो स्वयं दूल्हा बनना चाहता हो। सुशील मोदी ने कहा कि सजा पर रोक लगने से फिलहाल राहुल की संसद सदस्यता बहाल हो सकती है। हालांकि, सावरकर पर टिप्पणी और नेशनल हेराल्ड की संपत्ति हड़पने जैसे मामलों में फैसला आना बाकी है। दूसरे मामलों में राहुल को ऐसी सजा नहीं मिलेगी, इसकी गारंटी कोई नहीं ले सकता। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने राहुल गांधी के मसले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद आज मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जो लोग ये समझते थे कि देश की न्यायिक व्यवस्था को तोड़-मरोड़ कर मनचाहा परिणाम प्राप्त कर लेंगे यह उनकी गलतफहमी है।आज उनको मुंह की खानी पड़ी है। मोदी के साजिश का पर्दाफाश हो चुका है। देश में कानून का राज चलता है, साजिश करनेवाले कामयाब नहीं हो पायेंगे। डॉ. सिंह ने ये बातें शनिवार को पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता। हमारे नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मित्र पूंजीपतियों द्वारा देश को पहुंचाये जा रहे आर्थिक नुकसान के खिलाफ संसद में संयुक्त संसदीय समिति की गठन की मांग की थी, जिससे घबराए प्रधानमंत्री ने उनके विरुद्ध साजिश करके गुजरात में केस दर्ज कराया और सदन से उन्हें दूर रखने की कोशिश की।सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हमारे नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता के साथ आवास भी पुन: बहाल किया जाएगा। उन्होंने कोर्ट के निर्णय को ऐतिहासिक और लोकतंत्र की रक्षा करने वाला बताया। प्रेस वार्ता में शकील अहमद खान, मदन मोहन झा, राजेश कुमार, विधायक नीतू सिंह, राजेश राठौड़ व अन्य नेता उपस्थित रहे।