
बिश्रामपुर। शुक्रवार की रात एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र रीजनल स्टोर में चोरो ने दबिश देकर 14 लाख रुपये से अधिक लागत का 643 मीटर केबल चुरा लिया। इतनी बड़ी चोरी की लिखित सूचना के बावजूद क्षेत्रीय सुरक्षा प्रबंधन ने शनिवार शाम तक चोरी की रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज नहीं कराई है। चोरो ने रीजनल वर्कशाप व एक्सवेशन वर्कशाप में भी धावा बोलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है लेकिन प्रबंधन मामले को दबाने की कोशिश में जुटा है। लचर सुरक्षा व्यवस्था के कारण एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र में चोरी थमने का नाम नहीं ले रहा है। बेशकीमती कलपुर्जो व कोयला खान क्षेत्रो से आए दिन हो रही चोरी के सामानों की खरीददारी कथित पुलिसिया संरक्षण में नगर के संडे बाजार के समीप समेत जीएमक्यू कालोनी के पिछवाड़े पउआ पारा व ग्राम सतपता में बेरोकटोक जारी है। कोयला खान क्षेत्रो से बड़े पैमाने पर हो रही चोरी को रोक पाने में सुरक्षा महकमा पूरी तरह नाकाम है। अधिकांश वारदात की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं कराई जाती है। इस संबंध में थाना प्रभारी सीपी तिवारी ने बताया कि हमें स्टोर में चोरी की घटना की कोई सूचना नहीं दी गई है। एसईसीएल के रीजनल स्टोर में सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी में चोरों ने दबिश देकर वारदात को अंजाम दिया। सुरक्षा कर्मियों की स्टोर में ड्यूटी के बावजूद चोरो ने रीजनल स्टोर में प्रवेश किया। चोरो ने स्टोर परिसर स्थित शीट्स से निर्मित कंजूबल एन्ड माइनिंग शेड के पिछवाड़े शीट काटकर व स्टोर परिसर में रखे केबल की इत्मीनान से चोरी कर ली। चोर केबल रोल से 302 मीटर न्यू एसडीएल केबल तथा 341 मीटर 70 एमएम केबल चोरी कर ले गए। इसकी लागत रीजनल स्टोर के डिपो आफिसर ने 14 लाख 48 हजार 162 रुपये बताई है। इसकी लिखित सूचना डिपो आफिसर ने क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी को भी दी है। डिपो आफिसर के मुताबिक चोरी की घटना के दौरान एसईसीएल के सुरक्षा गार्ड राजकिशोर त्रिपाठी, सरफराज आलम के अलावा त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के गनमैन राहुल सिंह व सत्यदेव वर्मा की ड्यूटी पर थे। सुरक्षा कर्मियों की मौजदगी में लाखों रुपये लागत की चोरी होने से उनकी भूमिका पर सवालिया निशान लगना स्वाभाविक है। रात में इतनी बड़ी चोरी की घटना की सुरक्षा कर्मियों को जानकारी तक नही हुई। कोयला खान क्षेत्रों में सक्रिय चोर गिरोह के सदस्यों ने पखवाड़े भर पूर्व भी एसईसीएल के रीजनल वर्कशाप की चारदीवारी व आटो सेक्शन में सेंध लगाकर कलपुर्जो की चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। ड्यूटी में तैनात सुरक्षा कर्मियों को चोरी के दौरान चोरी की भनक न लगने से उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़ा हो रहा था। चोरी के मामले में अभी तक एफआइआर दर्ज नहीं की गई है। पखवाड़े भर पूर्व ही चोरों द्वारा ईएंडएम वर्कशाप की दीवार में सेंध लगाकर कलपुर्जो की चोरी की गई थी। उसके पूर्व रीजनल वर्कशॉप में भी सेंधमारी की गई थी।