
नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध को 1000 दिन से ज्यादा होने वाले हैं। 24 फरवरी 2022 को रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था। रूस को उम्मीद थी कि यूक्रेन ज्यादा दिनों तक युद्ध में टिक नहीं पाएगा, लेकिन करीब तीन साल से यूक्रेन की सेना रूस के हर हमले का करारा जवाब दे रही है। इतना ही नहीं,यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क पर कब्जा भी कर लिया है।
पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन को मिल रही मदद ने पुतिन सरकार की नींद उड़ा रखी है। हालांकि, रूस को उम्मीद है कि ट्रंप शासन में अमेरिका से यूक्रेन को मिल रही मदद पर विराम लग सकता है। बता दें कि चुनाव कैंपेन के दौरान ट्रंप कई बार ये बात बोल चुके हैं कि वो चाहें तो एक दिन में ही रूस-यूक्रेन का युद्ध रुकवा सकते हैं। कुछ दिनों पहले ट्रंप ने कहा था कि लगभग तीन वर्ष से जारी इस युद्ध में अभी तक लाखों लोग मारे जा चुके हैं। ये लोग सैनिक भी हैं और आमजन भी। इसलिए हमें युद्ध रुकवाने के लिए कार्य करना होगा।ट्रंप ने कहा था कि उनकी सरकार की प्राथमिकता युद्ध रुकवाने की होगी, क्योंकि यह अमेरिकी संसाधनों को बहाने जैसा मामला है। अमेरिकी संसाधनों से ट्रंप का मतलब यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता से है। वहीं, जाते-जाते जो बाइडन यूक्रेन को युद्ध में अगले वर्ष दिक्कत न हो इसका इंतजाम करने जा रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि बाइडन यूक्रेन की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं, इसलिए वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि यूक्रेन अगले साल रूस के आक्रमण से लड़ सके। इसके लिए यथासंभव सहायता भेज रहे हैं, जिससे यूक्रेन रूसी सेनाओं को दूर रखने में सक्षम हो सके और संभावित हमले में मजबूत पकड़ बना सके।