कई वन परिक्षेत्र में बोगस कार्यों के बहाने लूटखसोट
-नगर संवाददाता-
कोरबा। प्रदेश में भ्रष्टाचार को लेकर सरकार शुरू से प्रचारित कर रही है कि इस मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जाएगा और दोषियों को बिल्कुल भी नहीं बख्शा जाएगा। इन सबके बावजूद सरकार के विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार के नित नए मामले सामने आ रहे हैं। इसी श्रृंखला में कोरबा जिले के कटघोरा फारेस्ट डिविजन के एतमानगर रेंजर देवदत्त खांडे को निलंबित कर दिया गया। खबर यह आ रही है कि अपनी खिलाफ हुई कार्रवाई से असंतुष्ट खांडे कई लोगों की भूमिका के बारे में खुलासे करने के मूड में है।
स्वाभाविक रूप से किसी भी विभाग में जब इस प्रकार की कोई कार्रवाई होती है तो वह अपने साथ दूरगामी असर भी लेकर आती है और भविष्य में यह जमीन पर दिखता है। खबर के मुताबिक एतमानगर वन परिक्षेत्र में लेंटाना उन्मूलन के पायलट प्रोजेक्ट पर काम किया गया और कैंपा मद से इस दिशा में कोशिश करने के दावे किए गए। कहा जा रहा है कि जिस तरीके से प्रचारित किया गया वैसा कोई काम मौके पर हुआ नहीं लेकिन इसके विरूद्ध सरकारी फंड से राशि आहरित कर ली गई। शुरुआती तौर पर सूचनाएं प्राप्त होने और औपचारिक पड़ताल के क्रम में वन परिक्षेत्राधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया। इससे संदेश दिया गया कि गलती होने पर परिणाम भी झेलने होंगे। अब इसी मामले को लेकर खबर मिल रही है कि कार्रवाई को एकतरफा बताया जा रहा है और इसके चक्कर में विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। जानकारों का कहना है कि सहकारी विभागों में जब इस प्रकार के काम होते हैं तो नीचे से उपर तक के लोगों को इस बारे में जानकारी होती है और धनराशि का बंटवारा भी ‘कद्दू कटेगा तो सब में बंटेगा’ के सिद्धांत पर होता है। कुछ यही काम इस रेंज में हुआ लेकिन जब चीजें सामने आई तो केवल रेंजर निपट गए। कहा जा रहा है कि प्रकरण में बहुत सारी जानकारी मौजूद हैं और इस आधार पर आगे विभाग के उच्चाधिकारी गंभीर होते हैं तो अधिकारी से लेकर कर्मचारी जांच के लपेटे में आएंगे ही। ऐसी स्थिति में हायर अथॉरिटी की जिम्मेदारी हो जाएगी कि उन पर भी कार्रवाई हो।
कटघोरा डिवीजन के कई रेंज में मनमानी
जानकारी के अनुसार कटघोरा डिवीजन के एतमानगर में लेंटाना उन्मूलन से संबधित मनमानी सामने आने पर त्वरित कार्रवाई की गई। पर कहा जा रहा है कि अकेले एक यही रेंज तो नहीं है, यहां तो केंदई से लेकर पसान, चैतमा और जटगा रेंज में भी पौधारोपण से लेकर निर्माणमूलक और अन्य कार्यों के मामले में भी घनघोर अंधेरगर्दी की गई। जानकारों ने दावा किया कि रेंज अफसरों ने उच्चाधिकारियों को अंधेरे में रखने के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आंखों में धूल झोंकने के अंदाज में काम किए। उनके द्वारा पौधारोपण ऐसी जगह पर करने का अद्भुत काम किया गया, जहां पर जमीन ही नहीं है। कहा जा रहा है कि एतमानगर में लैंटाना उन्मूलन से संबंधित मामले में कार्रवाई को लेकर जो मसला उठा है अब वह डिवीजन के कई रेंज को अपनी आंच से झुलसाने का माध्यम बनेगा। जाहिर तौर पर ऐसी स्थिति में विभाग के कई अधिकारी और कर्मी जमकर परेशान होंगे।