कोरबा। एसईसीएल के कुसमुंडा क्षेत्र के प्रभावित गांव के भू विस्थापितों ने छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के नेतृत्व में लंबित रोजगार की प्रकरणों का निराकरण कर सभी खातेदारों को रोजगार देने की मांग को लेकर 14 जून को एसईसीएल कुसमुंडा महाप्रबंधक का घेराव प्रदर्शन की चेतावनी दी थी कुसमुंडा महाप्रबंधक राजीव सिंह ने आंदोलन से पहले ही भू विस्थापितों के प्रतिनिधि मंडल को मांगो के संबंध में चर्चा के लिए बुलाया। रोजगार की मांग पर सकारात्मक चर्चा के बाद आंदोलन को स्थागित करते हुए भू विस्थापितों के प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि मांगो पर सकारात्मक पहल नहीं होने पर 10 दिनों बाद खदान बंद किया जाएगा। किसान सभा के नेता प्रशांत झा ने बैठक में एसईसीएल के अधिकारियों से कहा की सभी भू विस्थापित किसानों जिनकी जमीन एसईसीएल ने अधिग्रहण किया है उन सभी खाते पर भू विस्थापितों को स्थाई रोजगार एसईसीएल को देना होगा। विकास परियोजना के नाम पर गरीबों को सपने दिखा कर करोड़ों लोगों को विस्थापित किया गया है अपने पुनर्वास और रोजगार के लिये भू विस्थापित परिवार आज भी भटक रहे हैं।भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के दामोदर श्याम,रेशम यादव, बृजमोहन ने कहा कि 1978 से लेकर 2004 के मध्य कोयला खनन के लिए जमीन को अधिग्रहित किया गया है लेकिन तब से अब तक विस्थापित ग्रामीणों को न रोजगार दिया गया है न पुनर्वास ऐसे प्रभावितों की संख्या सैकड़ों में है। लंबित रोजगार प्रकरणों में रोजगार के संबंध में एसईसीएल के महाप्रबंधक ने कहा कि खातेदारों को रोजगार देने की प्रक्रिया में तेजी आयेगी जल्द 5 भू विस्थापितों का फाइल 10 दिनों में बिलासपुर मुख्यालय भेज दिया जायेगा बैठक में भू विस्थापितों की ओर से किसान सभा के प्रशांत झा, रोजगार एकता संघ से दामोदर श्याम,रेशम यादव, बृजमोहन, के साथ प्रभावित भू विस्थापित उपस्थित थे बैठक में लंबित रोजगार प्रकरणों में रोजगार देने को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई। बैठक में भूविस्थापितों ने एसईसीएल के अधिकारियों से कहा कि 10 दिनों में रोजगार देने को लेकर उचित कार्यवाही नहीं होने पर खदान को बंद किया जाएगा।बैठक में भू विथापितों की और से प्रमुख रूप से जय कौशिक, अनिल बिंझवार,रघुनंदन, कृष्ण कुमार, हरिहर, होरीलाल, अनिरुद्ध, उत्तम, जितेंद्र, गणेश,मानिक दास, चंद्रशेखर, फणींद्र, के साथ बड़ी संख्या में भू विस्थापित उपस्थित थे।