बिश्रामपुर। अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में अंबिकापुर और बिश्रामपुर के बीच दुर्घटना के लिए संवेदनशील कालीघाट इलाके को नया रूप देने की तैयारी आरंभ हो गई है। तकनीकी रूप से त्रुटिपूर्ण इस हिस्से में जल्द ही चौड़ी सडक़ और एक नया पुल तैयार किया जाएगा। दशकों पुरानी पुलिया की जगह नया पुल तैयार किया जा रहा है। 16 मीटर लंबे और 16 मीटर चौड़े इस पुल के निर्माण के साथ लगभग दो किलोमीटर सडक़ का चौड़ीकरण भी किया जाएगा।
सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा स्वीकृत इस निर्माण के तहत इन दिनों पुल बनाने का काम चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा निर्माण से पूर्व इस मार्ग में एक एप्रोच सडक़ भी बना दी गई है। जल्द ही इस पर डामरीकरण भी कर दिया जाएगा ताकि बारिश के दिनों में राष्ट्रीय राजमार्ग के इस हिस्से में आवागमन बाधित न हो। इस निर्माण कार्य पर सात करोड़ 36 लाख की लागत आएगी और नौ माह के भीतर निर्माण को पूरा करना है अंबिकापुर से करीब सात किलोमीटर दूर कालीघाट इलाके में आए दिन दुर्घटना होती है। घुमावदार और तकनीकी रूप से त्रुटिपूर्ण इस सडक़ के साथ पुरानी दबी हुई पलिया दुर्घटना की बड़ी वजह मानी जाती है। राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में कटनी गुमला के बीच का यह हिस्सा आज तक नहीं सुधर पाया। राष्ट्रीय राजमार्ग के मानक के अनुसार ऐसे हिस्से को बेहतर ढंग से बनाने का प्रविधान है। लिहाजा सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने निर्माण को मंजूरी दी है। यहां निर्माण के लिए काम तेजी से किया जा रहा है। पुल का पाया तैयार करने काम चल रहा है। आने वाले दिनों में बारिश को देखते हुए जितना काम हो सके उतना किया जा रहा है। विभाग की कोशिश है कि पुल का निचला स्ट्रक्चर तैयार हो जाए ताकि बारिश में भी काम बाधित न हो। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के कार्यपालन अभियंता नितेश तिवारी ने बताया कि कालीघाट के पास नवीन पुल के साथ दो किमी चौड़ी सडक़ बनाई जाएगी। एक किलोमीटर सडक़ का हिस्सा सूरजपुर रोड की ओर और एक किलोमीटर का हिस्सा अम्बिकापुर की ओर तैयार किया जाएगा। यहां पर सडक़ की चौड़ाई लगभग सात मीटर है जिसे बढ़ाकर अब 10 मीटर कर दिया जाएगा। चौड़ी सडक़ और नया पुल तैयार होने के बाद कालीघाट के पास के हिस्से को काफी हद तक सुधार दिया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग 43 में महावीरपुर और अक्षर स्कूल के पास भविष्य में दो बाईपास तैयार होने वाले हैं। एक बाईपास मनेंद्रगढ़ रोड को सीधे बिलासपुर और रायगढ़ रोड को जोड़ेगा और दूसरा बाईपास रामानुजगंज रोड की ओर निकलेगा। चूंकि यहां पर दो बाईपास तैयार हो रहे हैं इसलिए यहां पर सडक़ की चौड़ाई भी बढ़ाना जरूरी था। कालीघाट के पास जिस हिस्से में पुल तैयार हो रहा है वहां से एक किलोमीटर की सडक़ जो नई तैयार की जा रही है इस बाईपास को साथ में लेते हुए आगे तक जाएगी। नई सडक़ की चौड़ाई लगभग 10 मीटर है इससे भविष्य में जब भी बाईपास तैयार होगा तो वाहन चालकों को आने-जाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और यातायात भी प्रभावित नहीं होगी। कालीघाट के पास वर्तमान में सडक़ की चौड़ाई सात मीटर है उसे अंबिकापुर और सूरजपुर दोनों तरफ एक-एक किलोमीटर 10 मीटर चौड़ी सडक़ बनाने की योजना है। इन दोनों हिस्सों में सडक़ के किनारे काफी संख्या में पेड़ है जो सडक़ की चौड़ाई बढ़ाने के दौरान प्रभावित होंगे। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग ने मंजूरी ले ली है और पेड़ काटने के लिए जरूरी राशि है विभाग द्वारा जारी कर दी गई है। सडक़ का काम शुरू हो उससे पहले पेड़ों की कटाई की जाएगी। दो किमी सडक़ चौड़ीकरण में काफी पेड़ सडक़ किनारे से हटेंगे। यही पेड़ कई बार हादसों का कारण बनते हैं, लिहाजा सडक़ चौड़ीकरण से यहां पर आवागमन सुगम होगा।