कोरबा। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में खाता खुलवाने 76 ग्रामीणों को चपत लगी है जो काफी लंबी है। पूरे मामले में लालच की बड़ी भूमिका रही। पीडि़तों का कहना है कि एजेंट ने उन्हें बताया था कि उनके खाते में हर महीने 2000 रुपए प्राप्त होंगे। बाद में उनके खाते से काफी राशि आहरित हो गई। वे इससे परेशान हैं। मामले की शिकायत पुलिस से की गई है। पुलिस का कहना है कि हो सकता है कि किसी ने इन खातों के आधार पर लोन ले लिया होगा जिसकी कीमत किसानों को चुकानी पड़ रही है।
पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड से यह मामला जुड़ा हुआ है जहां पर 76 लोगों को चपत लगी। बताया गया कि उन्होंने इंडिया पोस्ट पेमेंट में खाता खुलवाया था उन्हें बताया गया था कि प्रति माह दो हजार रु किसी कम्पनी के द्वारा जमा किया जायेगा, और शासन के सभी राशि का लाभ भी इसी बैंक से मिलेंगे। ज़ब किसान व महिलाये अपने खाते से राशि आहरण करने आते हैं तो उन्हें उनके खाते से राशि माइनस होने कि जानकारी दी गई। जबकि किसानो को इस ट्रांजेक्शन से संबंधित जानकारी ही नहीं है। किसान गणेश यादव ने बताया कि नवंबर माह मे उसके खाते से लगभग 86 हजार रूपये के ट्रांजेक्शन हुए हैं इस ट्रांजेक्शन का उसे पता ही नहीं है। उनकी राशि लगातार माइनस हो रही है।
गुरसिया में की गई जांच
प्रकरण की शिकायत बांगो थाना में की गई है। जिस पर पुलिस ने गुरसिया स्थित पोस्ट पेमेंट बैंक में जाकर पूछताछ की तो पता चला कि एजेंट के रूप मे दो व्यक्ति इस कार्य को किये थे। उन दोनों व्यक्तियों द्वारा यें पता चला कि कोई अन्य राज्य के व्यक्ति से इनका सम्पर्क हुआ था। उसके द्वारा बताया गया कि काफी संख्या मे ग्रामीणों का खाता खुलाओ जिसमे सभी ग्रामीणों के खाते मे राशि उक्त कम्पनी द्वारा भेजे जायेंगे।
90 लाख का झटका
किसानों का कहना है कि सभी किसानो के खाते से जितनी राशि माइनस हुई है सभी का आकलन किया जाए तो लगभग 90 लाख से अधिक कि राशि हो सकती है। वही जानकारों का यें मानना है कि किसी जानकार या उक्त किसी कम्पनी के द्वारा सभी किसानो के खाते से लोन लिए गए हो, जिसकी भरपाई के लिए किसानो के खातों से राशि काटी जा रही है। प्रकरण में एसपी और कलेक्टर के पास इसकी शिकायत पीडि़तों ने करने की बात कही है।