पटना। राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और लालू के बेहद करीबी पूर्व मंत्री आलोक मेहता के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा है। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय कि यह कार्रवाई वैशाली कोऑपरेटिव बैंक से करोड़ो के लेनदेन प्रकरण में की गई है। फिलहाल 30 करोड़ रुपये से अधिक की लेनदेन की बात सामने आ रही है। आलोक मेहता राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेताओं में एक हैं, उन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का खास भी बताया जाता है। आलोक मेहता बिहार सरकार में मंत्री रहने के साथ ही समस्तीपुर से सांसद भी रह चुके हैं। आज सुबह-सुबह प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की एक टीम ने उनके पटना स्थित सरकारी आवास 12 मेंगल्स रोड स्थित सरकारी आवास पर पहुंच जांच पड़ताल शुरू की। बताया जाता है कि जिस वक्त ईडी के अधिकारी मेहता के आवास पहुंचे नाइट गार्ड ने उन्हें अंदर प्रवेश करने से रोका, जिस पर टीम के अधिकारियों ने इसका विरोध किया और घर मे प्रवेश कर गए। पटना के साथ ही मेहता के और दर्जन भर ठिकानों पर छापेमारी की बात सामने आ रही है। हालांकि, ईडी की ओर से अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। छापामारी उनके पैतृक आवास पर भी हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि यह चुनावी वर्ष है इसलिए विरोधी दल के नेताओं को डराने के लिए सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों की मदद लेती है। आलोक मेहता एक सज्जन व्यक्ति हैं और उन्हें बिना बात परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार, पश्चिम बंगाल (कोलकाता), उत्तर प्रदेश और दिल्ली में करीब 18 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि इनमें राजद विधायक और बिहार के पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता (58) से जुड़े परिसर शामिल हैं, जो बिहार स्थित वैशाली शहरी विकास (वीएसवी) सहकारी बैंक के प्रमोटर हैं। इस मामले में बैंक के निलंबित मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के वसतौरा निवासी विपिन तिवारी, निलंबित अध्यक्ष वैशाली जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र के चक धनौती निवासी संजीव कुमार का नाम शामिल है। इसके अलावा निलंबित प्रबंधक पटना जिले के बाग कालू खान सदर गली निवासी सैयद शहनाज वजी, औद्योगिक क्षेत्र हाजीपुर के लिच्छवी फूड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शीत भंडारण के प्रबंधक वीरेंद्र कुमार, महुआ मुकुंदपुर स्थित महुआ कोऑपरेटिव कोल्ड स्टोरेज लिमिटेड के प्रबंधक राजीव नयन सिंह समेत 11 लोगों को आरोपित किया गया है।